ब्रिटेन में हाल ही में हुए उपचुनावों में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजरवेटिव पार्टी के प्रदर्शन में उम्मीद के मुताबिक खटास आई है। इस उपचुनाव में पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के चलते खाली हुई उक्सब्रिज और साउथ रुइस्लिप सीटों को अपने पास रख लिया है, लेकिन दूसरी दो सीटों पर हुई हार ने पार्टी के नेता को काफी चिंतित किया है। इस उपचुनाव के नतीजे ने ब्रिटिश राजनीति में गर्माहट बढ़ा दी है और आगामी आम चुनाव की दिशा तय कर सकती है।
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजरवेटिव पार्टी ने इस उपचुनाव में कुल मिलाकर 650 सीटों में से 3 सीटें जीतीं। यह उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी क्योंकि प्रधानमंत्री को पिछले 55 सालों में एक ही दिन में तीन उपचुनाव हारने वाले पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने से बचना था। पार्टी ने उक्सब्रिज और साउथ रुइस्लिप में हार का सामना किया, जबकि सेल्बी और आइंस्टी में उन्हें जीत का गर्व हुआ। लेकिन उपचुनाव के नतीजे के बाद भी पार्टी के नेता ने अपने समर्थकों को साहस नहीं खोया है और कहा है कि यह उनके लिए एक ऐतिहासिक जीत है।