Rath Yatra 2025 की तैयारियां अपने चरम पर हैं। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु भगवान Jagannath, Balabhadra और देवी Subhadra के रथ खींचने के लिए पुरी (Odisha) पहुंच चुके हैं। इस साल का Jagannath Rath Yatra ऐतिहासिक बनने जा रहा है, क्योंकि भक्तों की संख्या रिकॉर्ड तोड़ अनुमानित 20 लाख पार कर चुकी है।
Rath Yatra 2025: King Indradyumna से लेकर Ratha निर्माण की पूरी कहानी
Rath Yatra 2025 सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि आस्था और परंपराओं का उत्सव है। King Indradyumna की कथा से शुरुआत होती है इस पर्व की। कहा जाता है कि भगवान Vishnu के आदेश पर उन्होंने भगवान Jagannath की मूर्ति बनवानी चाही, लेकिन जब मूर्तिकार Vishwakarma मूर्तियों को अधूरी छोड़ चले गए, तब से ही भगवान Jagannath, Balabhadra और Subhadra की अधूरी मूर्तियाँ ही पूजी जाती हैं।
हर साल तीन अलग-अलग रथ बनाए जाते हैं:
- Nandighosha (Jagannath) – 16 पहिए
- Taladhwaja (Balabhadra) – 14 पहिए
- Darpadalana (Subhadra) – 12 पहिए
रथों के निर्माण में Ganjam ज़िले की लकड़ी इस्तेमाल होती है और Anavasara काल (14 दिन तक भगवान की मूर्ति नहीं दिखती) के बाद भक्त Nabajouban Darshan करते हैं।
कब-क्या होगा? Rath Yatra 2025 की तारीखें और प्रमुख रस्में
- 13 जून – Snana Purnima
- 14–26 जून – Anavasara काल
- 26 जून – Gundicha Marjana (मंदिर की सफाई)
- 27 जून – Jagannath Rath Yatra की शुरुआत
- 1 जुलाई – Hera Panchami
- 4 जुलाई – Bahuda Yatra (वापसी यात्रा)
- 5 जुलाई – Niladri Bijay (भगवान का वापस मंदिर में प्रवेश)
हर दिन की एक खास रीत है – Pahandi Bije (मूर्ति की रथ तक यात्रा), Chhera Pahanra (राजा द्वारा रथ की सफाई), Dahuka boli (परंपरागत गीत), और अंत में Suna Besha, जब भगवान सोने के आभूषण पहनते हैं।
भारत ही नहीं, विदेशों में भी मनाई जाती है Jagannath Rath Yatra
ISKCON जैसे संगठनों की वजह से Jagannath Rath Yatra 2025 अमेरिका, लंदन, ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया जैसे देशों में भी धूमधाम से मनाई जा रही है। QR कोड स्कैन कर भक्त रथ की लोकेशन भी लाइव ट्रैक कर पा रहे हैं। IIT और IIM के छात्र इस साल लॉजिस्टिक्स और तकनीकी सहायता में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं।
रेलवे और प्रशासन ने कसी कमर
Indian Railways ने 1,215 विशेष ट्रेनें चलाई हैं और Odisha Police की 205 प्लाटून फोर्स तैनात की गई है। मोबाइल टॉयलेट, मेडिकल कैम्प और CCTV सर्विलांस से पूरे आयोजन को सुरक्षा और सुविधा दोनों के साथ चलाया जा रहा है।
Rath Yatra 2025 सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का जिंदा प्रमाण है। इस बार की रथ यात्रा कई मायनों में खास है – भीड़ का सैलाब, सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम, King Indradyumna की कालजयी कथा और भक्ति में डूबी पुरी नगरी।