भीषण गर्मी से झुलस रही राजधानी दिल्ली के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। दिल्ली सरकार ने आधिकारिक तौर पर Artificial Rain Delhi प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है। अब मॉनसून से पहले ही राजधानी में कृत्रिम बारिश के ज़रिए तापमान को कम करने की तैयारी की जा रही है।
Delhi में शुरू हुआ Artificial Rain Project, जानिए कब और कैसे होगी बारिश
राजधानी दिल्ली में बढ़ते तापमान और बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए, सरकार ने cloud seeding तकनीक से artificial rain in Delhi कराने का फैसला लिया है। यह प्रक्रिया एक विशेष विमान या ड्रोन के ज़रिए बादलों में silver iodide मिलाकर की जाएगी, जिससे बारिश को प्रेरित किया जाएगा।
यह तकनीक पहले भी कर्नाटक, महाराष्ट्र, और राजस्थान जैसे राज्यों में इस्तेमाल हो चुकी है। लेकिन दिल्ली जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र में यह पहला बड़ा प्रयोग माना जा रहा है।
गर्मी से मिलेगी राहत, प्रदूषण पर भी असर
जानकारों का कहना है कि Artificial Rain Delhi से न केवल तापमान में गिरावट आएगी बल्कि PM2.5 और PM10 जैसे खतरनाक pollutants भी धरती पर बैठ जाएंगे। इससे air pollution in Delhi में तुरंत राहत मिलेगी। कई रिपोर्टों के अनुसार, जून के आखिरी हफ्ते में दिल्ली में पारा 46°C तक पहुंच गया था। इसी के चलते Delhi government artificial rain project की योजना को फास्ट ट्रैक पर लाया गया।
कैसे काम करती है Cloud Seeding तकनीक?
Cloud Seeding यानी बादलों में बारिश लाने की तकनीक में विशेष प्रकार का केमिकल मिलाया जाता है जो जलवाष्प को पानी की बूंदों में बदलने में मदद करता है। इस प्रक्रिया में इस्तेमाल होता है:
- Silver Iodide
- Dry Ice
- Salt Particles
ये पदार्थ जब बादलों में छोड़े जाते हैं तो बारिश की प्रक्रिया तेज हो जाती है।
बारिश कब और कहां होगी?
दिल्ली सरकार के अनुसार, पहला artificial rain experiment in Delhi जुलाई के पहले हफ्ते में किया जाएगा, जिसमें Rohini, Pitampura, Janakpuri, और Dwarka जैसे क्षेत्रों को चुना गया है। इसके बाद इसके प्रभाव के अनुसार दूसरे क्षेत्रों में भी इसे लागू किया जाएगा।
जनता की राय और प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर लोग Artificial Rain Delhi 2025 को लेकर उत्साहित हैं। Twitter पर #DelhiRainExperiment ट्रेंड कर रहा है। कुछ लोग इसे “अच्छा कदम” मान रहे हैं तो कुछ पर्यावरणीय प्रभावों को लेकर चिंतित हैं।