Nimisha Priya: फाँसी से एक कदम दूर… और फिर चमत्कार!
एक दिल दहला देने वाली घटना में, Kerala की नर्स Nimisha Priya, जिन्हें Yemen में हत्या के आरोप में फाँसी की सजा सुनाई गई थी, उनकी execution आखिरकार last moment पर postpone हो गई। ये चौंकाने वाला मोड़ diplomacy, religious talks और emotional appeals का नतीजा है।
Nimisha Priya Execution रोकने में धर्म और मानवता ने निभाई सबसे बड़ी भूमिका
सालों की कानूनी लड़ाई और अनेक अपीलों के बावजूद, Nimisha Priya की फाँसी की तारीख 16 जुलाई तय कर दी गई थी। Yemen के कानून Qisas (क़िसास) के तहत मृतक के परिवार को न्याय देने के लिए फाँसी सुनिश्चित की जा रही थी। लेकिन जब diplomacy चुप हो गई, तब धर्म ने रास्ता दिखाया।
भारत के मुस्लिम धार्मिक नेता Kanthapuram A P Aboobacker Musliyar और Yemen के Sufi scholar Habib Umar bin Hafiz ने मिलकर एक ऐसा इंसानियत से भरा पुल बनाया, जो किसी राजनयिक प्रयास से भी ज़्यादा कारगर साबित हुआ।
Yemen में Nimisha Priya की Execution क्यों थी तय?
2017 में, Nimisha Priya पर आरोप लगा कि उन्होंने अपने Yemeni business partner Talal Abdo Mahdi को मार डाला। आरोप के अनुसार, Mahdi ने Nimisha को जबरदस्ती रोके रखा और प्रताड़ित किया, जिससे नाराज़ होकर उसने ये कदम उठाया।
2020 में कोर्ट ने उन्हें दोषी ठहराया और 2023 में death sentence को भी Yemen की highest court ने बरकरार रखा।
Nimisha Priya का मामला emotional, legal और diplomatic तीनों स्तरों पर देशभर में बहस का मुद्दा बन गया।
धर्म से आगे बढ़ी इंसानियत की बात
NDTV, BBC, Hindustan Times और Onmanorama जैसे मीडिया पोर्टलों के अनुसार, जब Indian embassy के प्रयास असफल हो गए, तब religious diplomacy का सहारा लिया गया।
Yemen के Talal Mahdi के परिवार से रातभर चली बातचीत में emotional appeals, forgiveness और Islamic values के आधार पर बातचीत हुई। Subhash Chandran, जो Nimisha के लीगल काउंसल हैं, उन्होंने बताया कि victim के भाई ने आख़िरकार बातचीत की मेज़ पर आकर राहत की सांस दी।
अब आगे क्या?
अब जबकि Nimisha Priya execution टली है, अगला कदम होगा – Diyah (blood money) का समझौता। Yemen के कानून के अनुसार, victim का परिवार फाँसी को रोक सकता है अगर वो monetary compensation स्वीकार कर ले। लेकिन अभी तक victim के परिवार का कहना है कि वो “God’s law” के अनुसार Qisas ही चाहते हैं।
Nimisha Priya Execution: पूरी कहानी की झलक
Year | घटना |
2017 | Murder of Talal Mahdi |
2020 | Conviction and Death Sentence |
2023 | Supreme Court in Yemen confirms Execution |
2025 | Execution scheduled for July 16 |
July 15, 2025 | Execution postponed after religious negotiation |
Social Media & Public Pressure ने भी निभाई बड़ी भूमिका
India और विदेश में हजारों लोगों ने सोशल मीडिया पर #SaveNimishaPriya अभियान चलाया। एक माँ की पुकार, एक बेटी के लिए इंसाफ और एक इंसान की ज़िन्दगी बचाने का प्रयास हर तरफ़ देखा गया।
क्या Nimisha Priya घर लौटेगी?
इसका जवाब अभी uncertain है। लेकिन एक बात तय है — insaniyat, dharm aur samvedna ने एक ऐसा उदाहरण पेश किया है जो आने वाले समय में कई ज़िंदगियों को उम्मीद देगा।
Nimisha Priya का execution फिलहाल टाल दिया गया है, लेकिन उनकी ज़िंदगी अभी भी Yemen के कानून और victim के परिवार की मर्जी पर निर्भर है। भारत की जनता, मीडिया और धर्म गुरुओं की कोशिशों से जो मौका मिला है, वो एक आखिरी उम्मीद बन चुका है।