COVID 19 के मामले एक बार फिर से Asia में चिंता का विषय बन गए हैं। Singapore और Hong Kong जैसे देशों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट्स के चलते संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वहीं भारत ने भी स्थिति को गंभीरता से लेते हुए surveillance और testing को बढ़ा दिया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में अभी तक कुल 257 एक्टिव COVID 19 केस दर्ज हुए हैं, जिनमें से अधिकतर मामले Kerala, Maharashtra और Tamil Nadu से हैं। राहत की बात यह है कि इन मामलों की स्थिति हल्की है और किसी भी मरीज को ICU में भर्ती नहीं करना पड़ा है।
नया COVID 19 वैरिएंट JN.1 और LF.7 फैला रहा है Infection, Singapore में 30% तक केस बढ़े
विशेषज्ञों के मुताबिक इस बार जो कोरोना वायरस के वैरिएंट फैल रहे हैं, उनमें JN.1, LF.7 और NB.1.8 शामिल हैं। Singapore में इस महीने की शुरुआत से ही केसों में 30% की बढ़ोतरी देखी गई है। इसी तरह Hong Kong में एक हफ्ते में केस 33 से बढ़कर 1,000 तक पहुंच गए हैं।
हालांकि अच्छी खबर ये है कि अब तक के आंकड़ों के अनुसार, ये वैरिएंट गंभीर नहीं हैं और अधिकतर मरीज घर पर ही ठीक हो रहे हैं। फिर भी World Health Organization (WHO) इन वैरिएंट्स की निगरानी कर रही है।

भारत सरकार ने Testing और Monitoring के लिए जारी की Advisory
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनता को सलाह दी है कि यदि किसी को सर्दी, खांसी, बुखार, थकान या स्वाद और गंध का अभाव जैसा कोई भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत टेस्ट कराएं। साथ ही बुजुर्गों और बच्चों को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।
लोगों को सलाह दी गई है कि भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें, मास्क का इस्तेमाल करें और हाथ धोने की आदत बनाए रखें।
India में COVID 19 अभी कंट्रोल में, लेकिन सतर्कता जरूरी
भारत में फिलहाल हालात control में हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ हफ्ते बेहद महत्वपूर्ण होंगे। यदि लोग लापरवाही बरतते हैं तो स्थिति बिगड़ सकती है।
पूर्व ICMR वैज्ञानिक ने बताया कि COVID अब endemic बन चुका है यानी यह पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है और समय-समय पर हल्की लहरें आती रहेंगी। उन्होंने कहा कि panic नहीं बल्कि awareness और discipline की ज़रूरत है।