Air Force में Indigenous Projects की देरी बनी खतरा: IAF Chief का खुलासा
IAF Chief Air Marshal Amar Preet Singh ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा है कि Air Force को मिलने वाले Indigenous Defence Projects में लगातार देरी हो रही है, जिससे देश की सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है। Singh ने HAL (Hindustan Aeronautics Limited) जैसी संस्थाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि “अब तक कोई भी indigenous project समय पर पूरा नहीं हुआ है।”
HAL ने दिया था वादा, Tejas Mk1A अब तक नहीं डिलीवर
IAF Chief ने Tejas Mk1A jet की डिलीवरी को लेकर HAL की आलोचना करते हुए कहा कि 2024 में HAL को 11 Tejas aircraft देने थे, लेकिन आज तक एक भी नहीं मिला। इससे साफ होता है कि defence production में commitment की कमी है। उन्होंने कहा कि हम contract sign करते हैं, लेकिन हमें पहले से ही पता होता है कि डिलीवरी समय पर नहीं होगी।
Air Force को टैलेंट की सख्त ज़रूरत, लेकिन Brain Drain बना बड़ी परेशानी
Air Force में modernization और indigenous technology के लिए ज़रूरी है कि best talent देश में ही काम करे। लेकिन Singh ने कहा कि “हमारे देश का best talent विदेश चला जाता है क्योंकि वहां उन्हें ज्यादा salary और अच्छा माहौल मिलता है।”
इससे ना सिर्फ research & development पर असर होता है, बल्कि Air Force को skilled manpower की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है।
Defence Sector में ज़रूरी है बदलाव: IAF Chief की मांग
IAF Chief ने defence ecosystem को मजबूत करने के लिए कुछ अहम सुझाव भी दिए:
- Private Defence Companies को ज़्यादा मौके दिए जाएं
- HAL जैसी PSU कंपनियों में Accountability System बनाया जाए
- Contract के साथ-साथ Realistic Timelines तय की जाएं
- Young talent को Defence Sector में Attractive Pay और Growth दी जाए
Singh ने कहा कि Air Force का future तभी सुरक्षित है जब हम defence production और manpower दोनों को priority देंगे।
Dealy से Operational Readiness पर असर, क्या Air Force तैयार है?
IAF Chief ने साफ कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा, तो भविष्य में Air Force की operational readiness पर गंभीर खतरा होगा। दुनिया तेजी से बदल रही है, और हमें समय पर modern fighter jets, technology और skilled officers चाहिए। Dealy से हमारी ताकत कम होती जा रही है।
Air Force की ताकत बचानी है तो Defence System को बदलना होगा
IAF Chief का ये बयान सिर्फ चेतावनी नहीं, बल्कि सुधार की सख्त जरूरत को दिखाता है। अगर Indigenous Defence Projects में देरी, HAL की नाकामी और टैलेंट की कमी को नहीं सुधारा गया, तो आने वाले समय में Air Force को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।