भारत के वित्तीय इतिहास के सबसे बड़े घोटालों में से आज एक और बड़ा मोड़ आया है। लंबे समय से फरार चल रहे डायमंड व्यापारी Mehul Choksi, जो कुख्यात Mehul Choksi PNB scam के मुख्य आरोपी हैं, को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। वर्षों की भागदौड़ और कानूनी लड़ाई के बाद यह गिरफ्तारी भारत सरकार की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
Mehul Choksi PNB Scam: 7 साल बाद गिरफ्तार हुआ भगोड़ा
Mehul Choksi, जो Gitanjali Gems के प्रमोटर रह चुके हैं, को Belgian authorities ने 12 अप्रैल 2025 को Antwerp शहर में गिरफ्तार किया। वह वहां एक hospital में इलाज करवा रहे थे जब उन्हें गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई भारत सरकार द्वारा भेजे गए extradition request के आधार पर की गई।
चोकसी और उनके भतीजे Nirav Modi पर आरोप है कि उन्होंने Punjab National Bank (PNB) के साथ मिलकर ₹13,850 करोड़ का scam किया। यह पूरा मामला fraudulent LoUs (Letters of Undertaking) के ज़रिए किया गया था, जिन्हें बिना किसी वैध मंजूरी के जारी किया गया।
Mehul Choksi PNB Loan Fraud: कैसे हुआ इतना बड़ा घोटाला
इस Mehul Choksi PNB scam में 2011 से 2017 के बीच 1,200 से अधिक fake LoUs जारी किए गए थे। ये LoUs PNB के ब्रैडी हाउस ब्रांच, मुंबई से जारी किए गए और core banking सिस्टम को bypass कर दिया गया। दावा किया गया था कि यह पैसा मोतियों और हीरों के import के लिए है, लेकिन असल में इसे या तो डायवर्ट कर लिया गया या मनी लॉन्डरिंग के ज़रिए इस्तेमाल किया गया।
Mehul Choksi की कंपनियों जैसे Gitanjali Gems, Nakshatra आदि ने इन LoUs के आधार पर विदेशी बैंकों से unsecured loans लिए और बाद में उन पैसों को misuse किया गया। जब घोटाला सामने आया, तब तक बैंक को करोड़ों का नुकसान हो चुका था।

भारत से फरार: चुपचाप निकल गया Mehul Choksi
Mehul Choksi 2 जनवरी 2018 को भारत से बाहर चला गया, ठीक उससे कुछ दिन पहले जब ये scam उजागर हुआ। इससे भी चौंकाने वाली बात यह थी कि उसने नवंबर 2017 में Antigua and Barbuda की citizenship ले ली थी।
इस citizenship ने भारत सरकार के extradition efforts को काफी मुश्किल बना दिया। 2021 में वह एक बार Dominica में भी पकड़ा गया था, लेकिन कानूनी पेचों की वजह से उसे फिर से Antigua भेज दिया गया।
Indian Agencies की बड़ी सफलता, बेल्जियम में गिरफ्तारी
अब जब Mehul Choksi को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है, तो CBI और ED दोनों agencies extradition को लेकर उत्साहित हैं। भारत ने Interpol के ज़रिए Red Corner Notice भी जारी किया था और ज़रूरी दस्तावेज पहले ही Belgian अधिकारियों को सौंप दिए गए थे।
हालांकि Mehul Choksi के वकील ने medical grounds पर बेल की अर्जी दी है, लेकिन भारतीय एजेंसियों को उम्मीद है कि अब उसे जल्द भारत लाया जा सकेगा। अगर extradition में देरी होती है, तो deportation का भी विकल्प खुला है।

PNB Loan Fraud का असर और बदलाव
PNB loan fraud के सामने आने के बाद भारत की banking प्रणाली में कई बड़े बदलाव हुए। RBI और भारत सरकार ने LoUs के जारी होने की प्रक्रिया पर सख्ती की और audit systems को मजबूत किया।
Public sector banks को internal risk management guidelines के तहत operate करने का निर्देश दिया गया। इस scam ने banking sector में accountability और transparency को और मजबूती दी।
अब क्या होगा Mehul Choksi का?
अब जबकि Mehul Choksi पुलिस की हिरासत में है, भारत उसे जल्द से जल्द वापस लाकर न्याय के कटघरे में खड़ा करना चाहता है। अगर extradition process सफल रही, तो उस पर PMLA (Prevention of Money Laundering Act) और IPC की कई धाराओं के तहत मुकदमा चलेगा – जिनमें cheating, criminal conspiracy और breach of trust शामिल हैं।
निष्कर्ष: Mehul Choksi PNB Scam की उलटी गिनती शुरू
Mehul Choksi की गिरफ्तारी यह संदेश देती है कि देश के खिलाफ आर्थिक अपराध करने वाला चाहे जितनी दूर क्यों न भागे, कानून उसे पकड़ ही लेता है।
भारत की एजेंसियां अब पूरी ताकत से उसे भारत वापस लाने के लिए काम कर रही हैं। PNB loan fraud में यह एक अहम मोड़ है जो शायद जल्द ही इस केस को closure की ओर ले जाए।