भारत ने 6 मई 2025 को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-आधारित कश्मीर में आतंकवादियों के ठिकानों पर जबरदस्त हवाई हमले किए। इस ऑपरेशन का उद्देश्य पाकिस्तान के भीतर स्थित उन आतंकवादी संगठनों को निशाना बनाना था जो भारत में आतंकवादी हमलों में शामिल हैं।
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के जवानों ने मिलकर नौ ठिकानों पर बमबारी की। इनमें पाकिस्तान के बहावलपुर, मुरिदके और सियालकोट जैसे प्रमुख ठिकाने शामिल थे। वहीं पाकिस्तान-आधारित कश्मीर में मुजफ्फराबाद, कोटली और भिंबर जैसे क्षेत्रों में भी हमले किए गए। भारतीय सेना ने अत्याधुनिक मिसाइलों और बमों का इस्तेमाल किया ताकि सटीक हमले किए जा सकें और नागरिकों को न्यूनतम नुकसान हो।

इन हमलों के बाद पाकिस्तान ने भारतीय लड़ाकू विमानों को अपनी हवाई सीमा में घुसने की कोशिश करने का आरोप लगाया। पाकिस्तान के मुताबिक, उन्होंने भारतीय विमानों को मार गिराया और कुछ भारतीय सैनिकों को गिरफ्तार भी कर लिया। हालांकि, भारतीय अधिकारियों ने इस दावे का खंडन किया है।
पाकिस्तान ने अपनी प्रतिक्रिया में इस हमले को “युद्ध का कृत्य” बताया और कहा कि वे इसका कड़ा जवाब देंगे। वहीं, भारतीय प्रधानमंत्री ने देशवासियों को शांति बनाए रखने की अपील की है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
संयुक्त राष्ट्र और अन्य देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। वैश्विक समुदाय को चिंता है कि इस संघर्ष का नतीजा क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरे का कारण बन सकता है, क्योंकि दोनों देश परमाणु शक्तियां हैं।
इतिहास का पुनरावृत्त:
ऑपरेशन सिंदूर, 2016 के उरी हमले और 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारत का सबसे बड़ा सैन्य ऑपरेशन है। इस ऑपरेशन का नाम “सिंदूर” रखा गया है, जो भारत के लिए एक चेतावनी के रूप में कार्य करता है कि आतंकवाद से समझौता नहीं किया जाएगा।
ऑपरेशन सिंदूर ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। यह ऑपरेशन यह स्पष्ट करता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति पर कोई समझौता नहीं करेगा। हालांकि, यह स्थिति अब दोनों देशों के बीच और अधिक संघर्ष को जन्म दे सकती है। दुनिया भर में इस मुद्दे पर गहरी चिंता है, और भविष्य में इससे बड़ी उथल-पुथल का सामना करना पड़ सकता है।