पाकिस्तान ने एक बार फिर अपनी बेशर्मी का उदाहरण पेश किया है। हाल ही में पाकिस्तान ने एक ऐसे व्यक्ति को जो भारत में आतंकवादी हमलों में शामिल था, उसे “आतंकी नहीं ‘स्वतंत्रता सेनानी'” कहा। इस बयान ने भारत में गुस्से की लहर पैदा कर दी है और भारत सरकार ने इसकी कड़ी निंदा की है।
भारत ने इस बयान को पूरी तरह से झूठा और गैर-जिम्मेदाराना बताया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह के बयान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करते हैं और पाकिस्तान का असली चेहरा दुनिया के सामने लाते हैं। पाकिस्तान, आतंकवादियों को ‘स्वतंत्रता सेनानी’ बताकर उनका बचाव कर रहा है, जबकि ये वही लोग हैं जो निर्दोष नागरिकों की हत्या करते हैं और समाज में आतंक फैलाते हैं।
“आतंकी नहीं ‘स्वतंत्रता सेनानी'” का बयान पाकिस्तान की नीति को दर्शाता है, जिसमें वह अपने यहां पलने वाले आतंकवादियों को हीरो बनाने की कोशिश करता है। यह केवल भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी है। पाकिस्तान का यह बयान न केवल भारत के खिलाफ है, बल्कि यह वैश्विक शांति के लिए भी एक बड़ा खतरा है।
भारत ने साफ कहा है कि जब तक पाकिस्तान अपने यहां आतंकवादियों को “आतंकी नहीं ‘स्वतंत्रता सेनानी'” कहकर उनका समर्थन करता रहेगा, तब तक दक्षिण एशिया में शांति की उम्मीद करना बेकार है।