सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (एसएमईवी) का दावा है कि सात इलेक्ट्रिक दोपहिया कंपनियों को पिछले साल उनकी सब्सिडी बंद होने के बाद 9,000 करोड़ से अधिक का संचयी घाटा हुआ है। बकाया भुगतान व बाजार के कारण यह घाटा हुआ है। सरकार ने इन कंपनियों को दी गई सब्सिडी वापस करने का भी निर्देश दिया है।
एसएमईवी ने कहा, उद्योग भारतीय ईवी क्षेत्र में जहां एक अरब डॉलर लगाने के बारे में निवेशकों के साथ बात कर रहा है, वहीं इतना घाटा तो पहले से ही होने की आशंका है। साथ ही, सरकार हीरो इलेक्ट्रिक, ओकिनावा ऑटोटेक, एम्पीयर ईवी, रिवोल्ट मोटर्स, बेनलिंग इंडिया, एमो मोबिलिटी और लोहिया ऑटो से सब्सिडी वापस मांग रही है।
चालू कैलेंडर साल की दूसरी (अप्रैल-जून) तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में मकानों की कीमतें सालाना आधार पर औसतन 14 फीसदी बढ़ी हैं। हालांकि, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में दाम तीन फीसदी घटे हैं। क्रेडाई, कोलियर्स इंडिया व लियासेस फोरास की संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार, मजबूत मांग के कारण दूसरी तिमाही में आठ प्रमुख शहरों में मकानों के दाम सालाना आधार पर सात फीसदी बढ़े हैं।