भारत और कनाडा के रिश्तों में लगातार तनाव देखने को मिल रहा है, और इसका सीधा असर अब भारतीय छात्रों और नौकरी चाहने वालों पर पड़ रहा है। हाल ही में कनाडा ने भारत से जाने वाले स्टूडेंट्स के Study Permits में 31% की कटौती कर दी है। इससे हजारों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है, जो higher education के लिए कनाडा जाने की तैयारी में थे।
कनाडा की नई नीति से छात्र और पैरेंट्स परेशान
Canada सरकार के इस फैसले ने उन परिवारों की चिंता बढ़ा दी है, जिन्होंने सालों से तैयारी की थी। आवेदन पहले से ही चल रहे थे, लेकिन अब बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को visa rejection का सामना करना पड़ सकता है।
इस फैसले के पीछे माना जा रहा है कि हाल के दिनों में भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव की वजह से कई administrative निर्णय लिए गए हैं। कुछ experts का कहना है कि यह एक political move हो सकता है, जिससे कनाडा अपनी foreign policy में दबाव बना रहा है।
कनाडा में पढ़ाई और नौकरी अब पहले जितनी आसान नहीं
जो छात्र कनाडा जाकर पढ़ाई करने के बाद वहीं job settle करने की प्लानिंग कर रहे थे, उनके लिए अब काफी रुकावटें आ सकती हैं। Student Visa के बाद Post-Study Work Visa पर भी असर दिखने की संभावना है।
Canada में पढ़ाई करना पहले भारतीय स्टूडेंट्स के लिए dream जैसा होता था। लेकिन अब जो बदलाव आ रहे हैं, वो इस सपने को तोड़ सकते हैं। Education Consultants के मुताबिक, अब ऑस्ट्रेलिया, UK और जर्मनी जैसे देशों की ओर रुझान बढ़ेगा।
विदेश नीति में तनाव का असर Visa और Jobs पर
Canada और India के बीच की बढ़ती कड़वाहट ने सिर्फ शिक्षा क्षेत्र ही नहीं, बल्कि नौकरियों और विदेश में बसने की संभावनाओं पर भी असर डाला है। वहीं, High Commission of Canada द्वारा जारी job vacancies पर भी लोगों का भरोसा कम होता जा रहा है, क्योंकि भविष्य अनिश्चित नजर आ रहा है।
कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि Middle East में चल रहे Israel-Gaza conflict पर Canada की international stance के चलते देश की foreign relations कई देशों से प्रभावित हो रहे हैं।