Middle East में लंबे समय से जारी तनाव के बाद आज सुबह एक बड़ा फैसला सामने आया है। Iran और Israel ने आपसी सहमति से Ceasefire Iran Israel की घोषणा कर दी है। इस युद्धविराम (war ceasefire) की जानकारी United Nations (UN) और America के अधिकारियों ने मीडिया के सामने दी।
यह एलान ऐसे समय में हुआ है जब हाल ही के महीनों में Gaza, Syria और Lebanon में बढ़ते हमले पूरी दुनिया को चिंता में डाल रहे थे।
क्या ये Ceasefire Iran Israel वाकई मायने रखता है?
‘Ceasefire Iran Israel’ के पीछे की Diplomacy और शक की सुई
विशेषज्ञों का मानना है कि ये Ceasefire Iran Israel कोई स्थायी समझौता नहीं बल्कि एक “temporary truce” है।
Islamic Revolutionary Guard Corps (IRGC) की तरफ से बयान आया कि यह युद्धविराम “constructive mediation” के बाद हुआ है।
दूसरी ओर, Israel Defense Forces (IDF) के प्रवक्ता ने कहा, “हम जवाबी कार्रवाई रोक रहे हैं लेकिन alert mode में हैं।” इससे साफ है कि शांति अभी भी बहुत नाजुक स्तर पर है।
इस संघर्ष विराम से क्या बदल सकता है?
- Human Rights Organizations को राहत:
Human Rights Watch (HRW) और Red Cross जैसे संगठन अब मदद पहुंचा सकेंगे। - Oil prices में गिरावट:
West Asia से supply बाधित होने की आशंका कम हुई है। - Borders पर तनाव कम:
Golan Heights और Lebanon border पर फिलहाल गोलाबारी थमी है।
क्या यह युद्ध विराम एक रणनीतिक चाल है?
कुछ experts का मानना है कि यह ceasefire केवल एक ‘strategic pause’ है ताकि दोनों देश अपनी ताकत और रणनीति को फिर से मजबूत कर सकें।
खासतौर पर Israel की अंदरूनी राजनीति और Iran पर लगे Western sanctions भी इस निर्णय के पीछे कारण माने जा रहे हैं।