दुनिया की नज़रें इस समय पश्चिम एशिया पर टिकी हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump ने बीती रात एक बड़ा दावा करते हुए घोषणा की कि “Ceasefire Iran Israel” के बीच तय हो चुका है। उनके अनुसार, यह 12 दिन का युद्ध अब समाप्त हो गया है। लेकिन सवाल यह है – क्या ये युद्ध वाकई थम चुका है या केवल कागजों पर विराम है?
Ceasefire Iran Israel: ट्रंप का ऐलान और ज़मीनी हकीकत
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया Truth Social पर लिखा, “मैंने दोनों देशों से बात की है, और अब दोनों ही पूरी तरह ceasefire को मान चुके हैं।” उन्होंने बताया कि ईरान पहले हमले रोकेगा और फिर कुछ घंटे बाद इज़राइल भी।
लेकिन Iran ने तुरंत इस दावे को आधा सच बताया। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराग़ची ने कहा, “हमारा स्पष्ट रुख है कि अगर इज़राइल अपने हमले पूरी तरह से रोक दे, तभी हम शांत होंगे।”
इस बयान के कुछ ही घंटों बाद तेहरान और तेल अवीव दोनों में मिसाइल हमलों की खबरें सामने आईं। इज़राइल के शहर बीरशेबा में कम से कम 3 नागरिकों की मौत हुई है।
ज़मीनी हालात: Ceasefire के बावजूद जारी हैं हमले
- ईरान ने कहा है कि वह केवल तभी रुकेगा जब इज़राइल सुबह 4 बजे तक अपने सारे सैन्य ऑपरेशन बंद कर देगा।
- Israel की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं आई है कि वे ceasefire को मानते हैं या नहीं।
- ट्रंप ने बताया कि कतर की मध्यस्थता से बातचीत सफल हुई, लेकिन कोई संयुक्त घोषणा अभी तक नहीं हुई है।
विश्व भर में चिंता और बाज़ार की प्रतिक्रिया
Crude Oil Prices में गिरावट देखी गई क्योंकि निवेशकों को उम्मीद थी कि युद्ध थम जाएगा। भारत में भी शेयर बाज़ार में थोड़ी तेजी लौटी है, लेकिन experts का मानना है कि जब तक दोनों पक्षों की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं मिलती, तब तक स्थिरता संभव नहीं।
विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
पश्चिम एशिया मामलों के जानकारों का कहना है कि ये ceasefire iran israel की दिशा में पहला कदम हो सकता है, लेकिन जब तक जमीन पर शांति नहीं दिखती, तब तक इसे स्थायी युद्ध विराम नहीं माना जा सकता।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान ने अमेरिकी बेस पर हमला करने से पहले चेतावनी दी थी, ताकि अनावश्यक अमेरिकी जानें न जाएं – इससे यह संकेत मिलता है कि ईरान पूर्ण युद्ध से बचना चाहता है।