भारत की आजादी का पर्व आने वाला है। 15 अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हो गया था। इसके बाद से प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस का पर्व मनाते हैं। भारतीय इस दिन ध्वजारोहण करते हैं, कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें देश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, आजादी के बाद भारत को एक लोकतंत्र राष्ट्र बनाने में योगदान देने वाले नेताओं और सीमा पर देश की सुरक्षा करने वाले जवानों की शहादत को याद किया जाता है और नमन किया जाता है।
देश को आजाद हुए 76 साल पूरे हो चुके हैं। आज के बच्चों और युवाओं को उस दौर के संघर्ष और शहीद स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की भूमिका से अवगत कराने के उद्देश्य से स्कूल-कॉलेज में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम का विशेष आयोजन होता है। इन आयोजनों में बच्चों को भी शामिल किया जाता है। कई बार बच्चा स्कूल फंक्शन में सभी के बीच परफॉर्म करने में घबरा जाता है या बेचैन हो जाता है। बच्चों को इस तरह के कार्यक्रमों का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए और तैयारी में उनकी सहायता करें ताकि बच्चे का आत्मविश्वास बढ़े।
बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए समय-समय पर उनकी प्रशंसा करें। बच्चा तारीफ सुनकर प्रोत्साहित होता है और कुछ नया और अच्छा करने का प्रयास करता है। उससे लगातार अभ्यास न कराएं और न ही परफेक्ट बनाने के लिए उसपर दबाव डालें। बच्चा अच्छी प्रस्तुति करें, इसके लिए उसे अभ्यास का समय दें। बच्चे को प्रैक्टिस कराएं। बच्चे की काबिलियत को समझते हुए जिस काम में उन्हें रुचि हो, वह कराएं।