Cuddalore Train Accident: स्कूल वैन-ट्रेन की टक्कर में 2 छात्रों की मौत, गेटकीपर गिरफ्तार
तमिलनाडु के Cuddalore जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। मंगलवार सुबह लगभग 7:45 बजे, Semmankuppam Level Crossing Gate No.170 पर एक तेज रफ्तार Villupuram-Mayiladuthurai पैसेंजर ट्रेन ने एक प्राइवेट स्कूल वैन को टक्कर मार दी। इस दर्दनाक Cuddalore train accident में 2 छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
गेटकीपर पर लापरवाही का आरोप, निलंबन और गिरफ्तारी
इस हादसे के बाद Railway authorities ने जांच शुरू कर दी है। जांच में सामने आया है कि गेटकीपर Pankaj Sharma की लापरवाही इस हादसे का कारण बनी। आरोप है कि उसने क्रॉसिंग गेट को समय पर बंद नहीं किया और ट्रेन आने के बावजूद गेट खुला छोड़ा, जिससे स्कूल वैन पटरी पार करते समय ट्रेन की चपेट में आ गई।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि गेटकीपर अकसर ड्यूटी के दौरान सोता रहता था। हादसे के तुरंत बाद Pankaj Sharma को सस्पेंड कर दिया गया और गिरफ्तार भी किया गया है।
हादसे की भयावह तस्वीरें और वीडियो वायरल
हादसे के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर Cuddalore train accident images और वीडियो वायरल हो गए। तस्वीरों में स्कूल वैन के परखच्चे उड़ते दिखाई दे रहे हैं। घटनास्थल पर स्थानीय लोग और बच्चों के परिजन पहुंचे और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
सरकारी राहत और मुआवजा
तमिलनाडु सरकार ने हादसे में मारे गए छात्रों के परिजनों को ₹5 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की है। गंभीर रूप से घायलों को ₹2.5 लाख और मामूली रूप से घायलों को ₹50,000 की सहायता राशि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री M.K. Stalin ने इस हादसे को “अत्यंत दुखद और चौंकाने वाला” बताते हुए Railway Safety Measures की फिर से समीक्षा के निर्देश दिए हैं।
आखिर कौन है जिम्मेदार? गेटकीपर या वैन ड्राइवर?
Railway के अधिकारियों का कहना है कि वैन ड्राइवर ने जबरन गेट खुलवाकर पार करने की कोशिश की, जबकि स्थानीय चश्मदीदों का कहना है कि गेट खुद खुला था और कोई चेतावनी सिग्नल नहीं था। इस बयानबाज़ी ने पूरे हादसे को Controversial बना दिया है।
अब सवाल उठता है कि क्या केवल गेटकीपर ही दोषी है या Level Crossing Safety System ही असफल रहा? क्या रेलवे को मैन्युअल सिस्टम हटाकर Automatic Gate System लागू नहीं कर देना चाहिए?
दुर्घटना ने खोली रेलवे सुरक्षा व्यवस्था की पोल
Cuddalore train accident 2025 ने एक बार फिर Indian Railways की सुरक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हादसे ने दिखा दिया कि मैनुअल गेट सिस्टम कितना अविश्वसनीय और जानलेवा हो सकता है।
रेलवे ने जांच के लिए एक High-Level Committee का गठन किया है जिसमें ऑपरेशन, सेफ्टी और इंजीनियरिंग विभागों के अधिकारी शामिल हैं। जांच के बाद Zonal Railway Authorities पर भी कार्रवाई हो सकती है।
स्थानीय जनता में रोष, प्रदर्शन की चेतावनी
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा है। ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी इस गेट पर कई बार ट्रेन आते समय गेट बंद नहीं किया गया था। वे जल्द ही धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दे रहे हैं और स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं।
Cuddalore train accident ने कई मासूम ज़िंदगियों को छीन लिया और पीछे छोड़ गया दर्द, गुस्सा और सवाल। अगर समय रहते गेट बंद किया जाता या टेक्नोलॉजी आधारित सिस्टम लागू होता, तो शायद ये मासूम आज ज़िंदा होते।
अब जरूरत है Railway Level Crossings पर सख्त नीति और तकनीकी सुधारों की, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं ना दोहराई जाएं।