Dow Jones में भारी गिरावट के साथ अमेरिकी शेयर बाजार में बढ़ती अनिश्चितता
अमेरिकी शेयर बाजारों में आज Dow Jones इंडस्ट्रियल एवरेज में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। ट्रेड वॉर, टैरिफ्स, और सरकार के नए टैक्स और खर्च बिल के कारण निवेशकों में चिंता का माहौल बन गया है। Dow Jones की गिरावट ने बाजारों में भारी बेचैनी पैदा कर दी है, जिससे टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और ऊर्जा सेक्टर्स पर नकारात्मक असर पड़ा है।
Dow Jones और बाजार के प्रमुख कारण
आज Dow Jones में गिरावट के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है अमेरिका की फेडरल डिफ़िसिट में भारी बढ़ोतरी, जो सरकार के नए खर्च और टैक्स बिल के कारण $2.7 ट्रिलियन तक पहुंच सकता है। इसके अलावा बॉन्ड मार्केट में उथल-पुथल और ट्रेजरी यील्ड्स में तेजी से निवेशकों की बेचैनी बढ़ी है। Moody’s द्वारा अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग में कटौती ने भी बाजार को दबाव में रखा है।
टेक्नोलॉजी और क्रिप्टो में मिला मिला असर, Dow Jones की गिरावट के बाद निवेशक सतर्क
Dow Jones की गिरावट के बावजूद Nasdaq इंडेक्स ने थोड़ी राहत दी, खासकर Snowflake और Palantir जैसी टेक कंपनियों के बेहतर नतीजों के कारण। वहीं क्रिप्टो मार्केट में बिटकॉइन की बढ़त ने कुछ सकारात्मकता लाई, लेकिन कुल मिलाकर अमेरिकी बाजारों पर दबाव साफ नजर आ रहा है। छोटे कैप स्टॉक्स Russell 2000 में भी गिरावट दर्ज की गई है।
निवेशकों के लिए क्या है भविष्य?
Dow Jones के इस व्यवहार से साफ है कि निवेशकों को फिलहाल सतर्क रहना चाहिए। बाजार में जो अनिश्चितताएं हैं, वे आगे भी बनी रह सकती हैं। निवेशकों को पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन पर ध्यान देना होगा और फेडरल रिजर्व के फैसलों पर नजर रखनी होगी। गोल्ड और अन्य सेफ हैवन एस्सेट्स की मांग भी बढ़ सकती है।