आधी रात अचानक earthquake in Delhi के तेज झटकों से दिल्ली-एनसीआर की नींद उड़ गई। घरों की खिड़कियाँ हिलने लगीं और लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। जानकारी के अनुसार भूकंप का केंद्र southeastern Afghanistan में था और इसकी तीव्रता 6.0 magnitude दर्ज की गई। झटके दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और आसपास के कई इलाकों में महसूस किए गए।
Earthquake in Delhi: Panic in NCR Residents
भूकंप का असर सिर्फ Delhi NCR तक सीमित नहीं रहा। पाकिस्तान और उत्तरी भारत के कई शहरों में भी tremors महसूस किए गए। वैज्ञानिकों का कहना है कि shallow depth पर आया यह earthquake ज्यादा नुकसान कर सकता है। यही वजह रही कि दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के बड़े हिस्से में लोग घबराकर बाहर निकल आए।
लोगों ने सोशल मीडिया पर #EarthquakeinDelhi और #DelhiEarthquake जैसे keywords ट्रेंड करने शुरू कर दिए। कई लोगों ने वीडियो शेयर किए जिनमें ceiling fans और lights हिलते हुए दिख रहे थे।
डर और अफरा-तफरी
इस earthquake in Delhi के दौरान लोग अपने बच्चों और बुजुर्गों को लेकर बाहर सुरक्षित जगहों पर खड़े हो गए। नोएडा और गाजियाबाद में high-rise societies के बाहर भीड़ जमा हो गई।
भूकंप विशेषज्ञों ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर भूकंपीय दृष्टि से एक high-risk seismic zone में आता है। ऐसे में बार-बार आने वाले tremors खतरे का संकेत हैं।
Casualties और Damage Report
अब तक किसी बड़ी जनहानि की खबर नहीं है, लेकिन अफगानिस्तान में सैकड़ों लोगों की मौत और हजारों घायल होने की पुष्टि हुई है। वहीं, दिल्ली और आसपास में panic की वजह से कई जगह हल्की चोटों की खबर आई है। सरकार ने राहत और बचाव टीमों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
Safety Tips During Earthquake in Delhi
- घबराएँ नहीं, तुरंत घर से बाहर निकलें।
- लिफ्ट का प्रयोग न करें, सीढ़ियों से नीचे उतरें।
- अगर बाहर न निकल सकें तो किसी मजबूत table या furniture के नीचे बैठें।
- Gas, electricity connections को तुरंत बंद करें।
यह earthquake in Delhi एक बार फिर दिखाता है कि राजधानी लगातार natural disasters के खतरे में रहती है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि भविष्य में और भी बड़े झटके आ सकते हैं। लोगों से appeal है कि वह safety measures अपनाएँ और किसी भी emergency की स्थिति में helpline numbers पर संपर्क करें।