Delhi से बड़ी खबर: Enforcement Directorate (ED) ने Shikohpur (Gurugram) land deal मामले में PMLA के तहत prosecution complaint/chargesheet दाख़िल कर दी है। robert vadra का नाम इस केस में शामिल किया गया है, जिससे राष्ट्रीय राजनीति में हलचल मच गई है। इस केस पर नज़र अब अदालत और पूरे देश की है।
Shikohpur Land Deal का विवाद क्या है?
यह मामला 2008 के एक land transaction से जुड़ा है। Skylight Hospitality Pvt Ltd ने Gurugram में लगभग 3.5 acre जमीन खरीदी थी। आरोप है कि यह जमीन लगभग ₹7.5 करोड़ में खरीदी गई और commercial licensing approvals मिलने के बाद कीमत कई गुना बढ़ी। रिपोर्ट्स के अनुसार बाद में इसे लगभग ₹58 करोड़ के valuation पर बेचा गया।
ED Action: Chargesheet और Assets Attachment
ED ने पहली बार prosecution complaint दाख़िल की है और करीब 43 properties जिनकी कीमत लगभग ₹37 करोड़ आंकी गई है, उन्हें provisional attachment में लिया गया है। अब केस Rouse Avenue Court में जाएगा, जहां अदालत cognizance लेगी।
robert vadra केस पर मुख्य आरोप
जांच एजेंसी का कहना है कि land purchase के समय कंपनियों के accounts में पर्याप्त fund नहीं था, फिर भी high‑value deal की गई। आरोप यह भी है कि approvals असामान्य रूप से तेज़ मिले और influence का इस्तेमाल किया गया।
Rahul Gandhi का सियासी हमला
Rahul Gandhi ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह कदम 10 साल से चल रही “political witch hunt” का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि वे Priyanka और अपने brother‑in‑law के साथ मजबूती से खड़े हैं। कांग्रेस ने भी इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है।
Vadra Camp का जवाब
Vadra की ओर से कहा गया कि यह एक “witch hunt” है और वे कानूनी प्रक्रिया में पूरा सहयोग करेंगे। उनका कहना है कि सच्चाई अदालत में साबित होगी।
केस की टाइमलाइन
- 2008: Alleged land purchase by Skylight Hospitality
- 2012: जमीन की वैल्यू कई गुना बढ़ी और resale डील हुई
- 2018: पुलिस FIR और ED की जांच शुरू
- 2025: ED ने assets attach किए और chargesheet दाख़िल की
आगे क्या होगा?
अगला कदम कोर्ट का है। summons जारी होंगे और evidence scrutiny होगी। Defence approvals और valuation को लेकर challenge कर सकता है। राजनीतिक रूप से यह मुद्दा और गरमा सकता है।
यह केस केवल जांच तक सीमित नहीं रहा, अब यह कानूनी लड़ाई बन चुका है। एक तरफ ED के आरोप हैं, दूसरी तरफ राजनीतिक प्रतिरोध। आने वाले समय में अदालत के फैसले और राजनीतिक बहस दोनों सुर्खियों में रहेंगे। केंद्र में हैं robert vadra — और यह विवाद आने वाले महीनों में बड़ी राजनीतिक चर्चा को जन्म देगा।