Electoral Roll Assam की सफाई में प्रशासन की बड़ी तैयारी
Assam में चुनावी पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए Special Intensive Revision (SIR) of Electoral Roll की प्रक्रिया तेज हो गई है। राज्य के Chief Electoral Officer ने सभी जिलों को आदेश दिया है कि वे बूथ स्तर तक तैयारी करें ताकि bogus voters, duplicate entries और मृतक व्यक्तियों के नाम हटाए जा सकें। यह कदम आने वाले विधानसभा चुनावों और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को स्वच्छ बनाने के लिए अहम माना जा रहा है।
राज्य सरकार का मानना है कि electoral roll Assam में सबसे बड़ी चुनौती riverine areas यानी नदी किनारे और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में voter list की शुद्धता है। इन इलाकों में वोटर पहचान और verification में कठिनाई होती है, जिससे कई बार अवैध और अपात्र नाम शामिल रह जाते हैं।
Opposition और Ruling Party दोनों की नजर
Assam Congress ने बूथ लेवल एजेंट्स के लिए बड़े पैमाने पर training program शुरू कर दिया है ताकि वे SIR के दौरान किसी भी गड़बड़ी की शिकायत दर्ज कर सकें। वहीं मुख्यमंत्री Himanta Biswa Sarma ने स्पष्ट कहा है कि यह प्रक्रिया electoral roll को साफ-सुथरा बनाने में मदद करेगी और लोकतंत्र में विश्वास बढ़ाएगी।
NRC और Electoral Roll का तालमेल
Assam सरकार ने Election Commission से अनुरोध किया है कि SIR को अंतिम NRC सूची के साथ समन्वयित किया जाए। NRC में जिन नागरिकों के नाम शामिल हैं, उन्हें ही voter list में जगह दी जाए। सरकार का तर्क है कि इससे विवाद कम होंगे और नागरिकता से जुड़े मामलों में स्पष्टता आएगी। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि इससे genuine voters के exclusion का खतरा बढ़ सकता है।
मैदान में तैयारियां और चुनौतियां
जिला अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पर्याप्त Booth Level Officers (BLOs) तैनात करें, नए polling stations में अतिरिक्त स्टाफ लगाएं और प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखें। CEO ने राजनीतिक दलों को 2005 की वोटर सूची भी साझा करने का आदेश दिया है ताकि तुलना और सत्यापन आसानी से हो सके।
Electoral roll Assam की Special Intensive Revision न केवल bogus voters हटाने में मदद करेगी बल्कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत बनाने का भी एक प्रयास है। लेकिन इसके साथ ही नागरिकता, NRC और voter inclusion जैसे मुद्दों पर राजनीतिक और सामाजिक बहस भी तेज होगी।