फिलहाल राजौरी इलाके में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। सेना की उत्तरी कमान की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि उसके जवान ‘पिछले महीने जम्मू क्षेत्र के भाटा धुरियां के तोता गली इलाके में सेना के ट्रक पर घात लगाकर हमला करने वाले आतंकवादियों के एक समूह के खात्मे के लिए लगातार खुफिया सूचना आधारित अभियान चला रहे हैं।’ बयान में कहा गया, ‘राजौरी सेक्टर में कंडी वन में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में सूचना के आधार पर तीन मई को संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे तलाशी दल ने एक गुफा में छिपे आतंकवादियों के एक समूह को घेरा। इलाका बेहद घना जंगली क्षेत्र है।’ बयान के अनुसार, इस दौरान आतंकवादियों ने विस्फोट कर दिया। गौर हो कि पिछले 17 दिनों में सेना राजौरी व पुंछ में आतंकी हमलों में 10 जवान गंवा चुकी है। इन्हीं स्थानों पर अक्तूबर 2021 में हुए आतंकी हमलों में भी सेना के नौ जवान शहीद हो गए थे। बताया जाता है कि यह विस्फोट सुबह-सुबह हुआ। इसमें दो जवानों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि तीन ने अस्पताल में दम तोड़ा। सेना प्रवक्ता ले कर्नल देवेंद्र आनंद ने इसकी पुष्टि की है कि आतंकी हमले में गंभीर रूप से जख्मी हुए तीन और जवानों ने दोपहर को दम तोड़ दिया। एक मेजर रैंक के अधिकारी की हालत गंभीर है। एलओसी से सटे राजौरी जिले के कंडी इलाके में शुक्रवार सुबह आतंकियों द्वारा किए गए जबरदस्त विस्फोट में सेना के पांच जवान शहीद हो गए। इस हमले में मेजर रैंक के एक अधिकारी घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों का सफाया करने के लिए सैन्य अभियान जारी है। इस बीच, आतंकियों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकियों के मारे जाने की खबर है।आतंकी हमले में शहीद हुए दो सैनिक हिमाचल प्रदेश के थे। सेना के मुताबिक हिमाचल के पालमपुर के नायक अरविंद कुमार, सिरमौर के प्रमोद नेगी के अलावा रुचित सिंह रावत उत्तराखंड के थे। इनके अलावा राजौरी विस्फोट में दार्जिलिंग के सिद्धांत छेत्री एवं जम्मू के हवलदार नीलम सिंह ने भी अपनी जान गंवाई।