बहुप्रतीक्षित सीक्वल Chhorii 2 ने आखिरकार दस्तक दे दी है और इसके साथ ही सोशल मीडिया और फ़िल्मी गलियारों में हलचल मच गई है। यह फिल्म सिर्फ़ डराने के लिए नहीं है — यह समाज की छिपी सच्चाइयों को उजागर करती है, और वो भी डरावने अंदाज़ में।
Chhorii 2 Review: एक साहसी कोशिश जो डर के साथ संदेश भी देती है
पहली फिल्म की कहानी से सात साल आगे बढ़ती Chhorii 2, एक नए गाँव और नई रहस्यमय परंपराओं के साथ Sakshi (Nushrratt Bharuccha) की कहानी को आगे ले जाती है। गाँव की अजीब रीतियाँ और भूतिया घटनाएं सिर्फ़ डराने के लिए नहीं हैं, बल्कि ये समाज में आज भी मौजूद कुरीतियों — जैसे कन्या भ्रूण हत्या और बाल विवाह — की सच्चाई को उजागर करती हैं।
Critics का मानना है कि हालांकि horror elements काफी familiar हैं, लेकिन उनका execution काफी शानदार है। Sharp cinematography, डरावनी visuals और सस्पेंस से भरी sound design दर्शकों को कुर्सी से बांधे रखती है। Soha Ali Khan ने Daasi Maa के रूप में दमदार performance दी है, वहीं छोटी कलाकार Hardika Sharma ने भी अपने role को maturity से निभाया है।

सिर्फ़ डर नहीं, सामाजिक सच्चाई भी है कहानी में
हर Chhorii 2 Review इस बात को रेखांकित करता है कि यह फिल्म एक गहरा social message देती है। फिल्म के भूत केवल entertainment के लिए नहीं हैं — ये उन सामाजिक कुरीतियों के प्रतीक हैं जो आज भी जीवित हैं। हालांकि कुछ समीक्षक मानते हैं कि female infanticide का मुद्दा repetitive हो गया है, फिर भी फिल्म अपने sincere approach के कारण प्रभाव छोड़ती है।
मिला-जुला रिस्पॉन्स, पर strong impact
Audience और critics दोनों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रही हैं। कई लोग फिल्म की emotional depth और सामाजिक relevance की तारीफ कर रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि कहानी में novelty की कमी है और यह repetitive लगती है। लेकिन हर Chhorii 2 Review एक बात पर सहमत है — इस फिल्म के performances strong हैं और इसकी eerie tone अंत तक बनी रहती है।
तो चाहे आप socially-driven cinema के fan हों या एक डरावनी फिल्म की तलाश में हों, Chhorii 2 आपके लिए एक ऐसा अनुभव हो सकता है जिसे आप नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते।