मैंने बहुत कोशिश की बेटी ..मुझे माफ कर दो….मैं तुम्हारी मां को नहीं बचा पाया…यह शब्द शिवप्रताप सिंह चौहान ने अपनी बेटी से घर पहुंचते ही कहे। इतना कहते ही वह बेसुध से हो गए तो लोगों ने सहारा देकर कुर्सी पर बैठाया। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने पानी मंगवाकर उन्हें पिलाया। इसके बाद मोहल्ले के लोगों ने उन्हें ढांढ़स बंधाया।
आदर्श नगर निवासी शिव प्रताप सिंह चौहान ने मदुरै रेल हादसे के दौरान चार लोगों की जान बचाई लेकिन अपनी पत्नी मिथिलेश कुमारी को खो दिया। रविवार शाम को हादसे में जान गंवाने वाले पांचों मृतकों के शव लेकर नगर विकास राज्यमंत्री राकेश राठौर गुरु व कारागार मंत्री सुरेश राही सीतापुर पहुंचे।
दरअसल, लखनऊ से रामेश्वरम जा रही ट्रेन के प्राइवेट पार्टी कोच में शनिवार तड़के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास आग लग गई। इस आग में झुलसकर 10 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही इस हादसे में 20 से ज्यादा लोग झुलस गए है। आग टूरिस्ट कोच में लगी थी। दक्षिणी रेलवे ने अवैध रूप से ले जाए गए गैस सिलेंडर को हादसे की वजह बताया है। इस बीच मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा भी की गई है।