Income Tax Filing 2024-25 में हुए बड़े बदलाव, टैक्सपेयर्स रहें सावधान!
नई वित्तीय वर्ष 2024-25 की शुरुआत होते ही Income Tax को लेकर कई बड़े बदलाव सामने आए हैं। CBDT (Central Board of Direct Taxes) ने ITR forms को अपडेट कर दिया है और कुछ नए नियम लागू किए गए हैं जो हर taxpayer को जानना बेहद ज़रूरी है।
ITR Filing के लिए क्यों 15 जून से पहले फाइल करना बन सकता है परेशानी का कारण?
अगर आप जल्दबाज़ी में 15 जून से पहले अपना Income Tax Return फाइल करने की सोच रहे हैं, तो ज़रा रुक जाइए। इस साल टैक्स एक्सपर्ट्स का कहना है कि 15 जून से पहले ITR फाइल करना गलती साबित हो सकती है। क्यों?
- Form 16 & 16A: ज़्यादातर कंपनियां और बैंक 15 जून तक Form 16 (salary certificate) और Form 16A (TDS certificate) इशू करते हैं। इससे पहले फाइल करने पर आपका डाटा अधूरा हो सकता है।
- SFT Update: Statement of Financial Transactions भी जून के दूसरे हफ्ते में अपडेट होता है। इससे पहले फाइल करने पर कई डिटेल्स मिस हो सकती हैं।
- ITR Utility Tools: ई-फाइलिंग के लिए जरूरी utility tools भी अभी तक पूरी तरह से लाइव नहीं हुए हैं।
Income Tax के नए नियम: Capital Gain, MSME और Share Buyback पर बड़ा अपडेट
- Capital Gain Report – अब Long-Term Capital Gain को 1.25 लाख रुपये तक ITR-1 में रिपोर्ट किया जा सकता है।
- Share Buyback Tax – अब कंपनियों पर नहीं, बल्कि individual पर टैक्स लगेगा। जो शेयर buyback से पैसा मिलेगा, वह deemed dividend माना जाएगा।
- MSME Payment Rule – अगर आप MSME से सामान या सर्विस लेते हैं और पेमेंट 45 दिन के अंदर नहीं करते, तो वो expense टैक्स में deductible नहीं होगा।
शादी में मिले Gifts और Jewellery पर भी अब लगेगा Income Tax
अगर आपने इस साल शादी की है और रिश्तेदारों के अलावा किसी और से jewellery या gifts मिले हैं, और उनकी value ₹50,000 से ज़्यादा है, तो वो income from other sources मानी जाएगी और उस पर भी टैक्स लगेगा। हां, relatives से मिले gifts exempt रहते हैं।
Old Regime vs New Tax Regime: कौनसा आपके लिए बेहतर है?
New Tax Regime में अब ₹12 लाख तक की income पर कोई टैक्स नहीं है। लेकिन इसके बदले आपको LTA जैसे कई exemptions नहीं मिलेंगे।
Old Regime में आप deductions जैसे HRA, LTA, और 80C ले सकते हैं। इसलिए दोनों का comparison करके ही ITR फाइल करें।
टैक्सपेयर्स के लिए सलाह
- ITR 15 जून के बाद ही फाइल करें।
- सभी जरूरी documents जैसे Form 16, AIS, TIS मिलने के बाद ही return भरें।
- Gifts और Capital Gain की जानकारी ध्यान से भरें।
- MSME payments पर नए नियम को नज़रअंदाज़ न करें।
Income Tax के नए बदलाव न सिर्फ technical हैं बल्कि आम टैक्सपेयर्स को भी directly impact करते हैं। चाहे MSME की payment हो, gifts की reporting या new tax regime का चुनाव – हर decision सोच-समझ कर लें।