भारत द्वारा Indus Water Treaty को रोकने के फैसले के बाद पाकिस्तान की राजनीति में हड़कंप मच गया है। पाक संसद में विपक्ष के सांसद Syed Ali Zafar ने इसे गंभीर संकट करार देते हुए कहा कि अगर ये समस्या जल्दी नहीं सुलझी, तो पाकिस्तान को भुखमरी और सूखे जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
जल संकट पर Syed Ali Zafar की चेतावनी, कहा – देश को अनदेखा खतरा घेर सकता है
Syed Ali Zafar ने संसद में बताया कि पाकिस्तान की 75% आबादी और लगभग 90% खेती भारत से आने वाले पानी पर निर्भर करती है। भारत अगर पश्चिमी नदियों (सिंधु, झेलम, चिनाब) का पानी रोकता है, तो देश में न सिर्फ खेती बर्बाद होगी बल्कि लोगों को पीने का पानी भी मुश्किल से मिलेगा।
उन्होंने कहा कि “ये सिर्फ कूटनीतिक नहीं, बल्कि जनजीवन से जुड़ा सवाल है।”
भारत का कड़ा संदेश – आतंकवाद के साथ अब पानी नहीं मिलेगा
भारत ने यह फैसला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद लिया, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब पाकिस्तान को वह पानी नहीं मिलेगा जिस पर भारत का पूरा हक है।
भारत का रुख साफ है – “Terror aur water ek saath नहीं चल सकते।”
दुनिया की नजरें और पाकिस्तान की चिंता
इस मामले पर अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों ने दोनों पक्षों को शांति की सलाह दी है, लेकिन भारत किसी भी तीसरे पक्ष की दखल को स्वीकार नहीं कर रहा।
वहीं, Syed Ali Zafar ने कहा कि इस पर तुरंत समाधान नहीं निकला तो पाकिस्तान को आर्थिक, सामाजिक और खाद्य संकट का सामना करना पड़ेगा।