ईरान ने इज़राइल पर दागी iran israel missile, क्लस्टर बम का प्रयोग कर हालात किए और भी भयावह
ईरान और इज़राइल के बीच जारी युद्ध अब अपने सबसे खतरनाक चरण में प्रवेश कर चुका है। बुधवार को ईरान ने इज़राइल की ओर Iran Israel missile फायर की जो cluster bomb से लैस थी। इन मिसाइलों ने सिविलियन एरिया में भारी तबाही मचाई, जिसमें hospital तक निशाने पर आ गया। इज़राइल के Beersheba शहर में Soroka मेडिकल सेंटर पर एक missile सीधे जाकर गिरी, जिसमें 200 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है।
इज़राइली सेना ने इसे सीधा civilian infrastructure पर हमला बताया है और इसे “युद्ध अपराध” (War Crime) घोषित करने की मांग की है। Iran Israel missile attack के बाद इज़राइल ने भी जवाबी हमला तेज़ कर दिया है, जिसमें ईरान की कई मिसाइल साइट्स को तबाह करने का दावा किया गया है।
इज़राइल ने कहा – “Khamenei is modern Hitler”, ईरान की अगुवाई को बताया सबसे बड़ा खतरा
इस हमले के बाद इज़राइल के Defence Minister Yoav Gallant ने बयान दिया कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई (Ayatollah Khamenei) “modern Hitler” हैं और अब उनके “अस्तित्व को समाप्त करना जरूरी है।” ये बयान अंतरराष्ट्रीय मंच पर हलचल मचा रहा है।
वहीं ईरान ने दावा किया कि उसका हमला इज़राइल की नाभिकीय (nuclear) स्थलों पर हो रहे हमलों का जवाब था। लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि क्या अस्पताल जैसे स्थान को टारगेट करना किसी भी नियम या war ethics के दायरे में आता है?
क्या है Cluster Bomb और क्यों है ये इतना खतरनाक?
Cluster Bomb एक ऐसा हथियार होता है जिसमें एक missile या bomb कई छोटे submunitions (छोटे बम) छोड़ता है। ये बम जमीन पर गिरने के बाद explode करते हैं या कई बार बिना फटे ही पड़े रहते हैं, जिससे आम नागरिकों को भविष्य में भी खतरा बना रहता है।
संयुक्त राष्ट्र और 100 से ज्यादा देश cluster munitions को ban कर चुके हैं, लेकिन ईरान, इज़राइल, अमेरिका और रूस जैसे देश इस treaty में शामिल नहीं हैं। इस हमले ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों को फिर से cluster bomb के ख़िलाफ़ एकजुट होने पर मजबूर कर दिया है।
क्या अमेरिका करेगा हस्तक्षेप? ट्रंप ने दिया दो सप्ताह का अल्टीमेटम
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका अगले दो हफ्तों में तय करेगा कि वह इस संघर्ष में सीधे शामिल होगा या नहीं। ट्रंप ने कहा कि अगर civilian deaths ऐसे ही बढ़ते रहे, तो अमेरिका को military intervention पर विचार करना पड़ेगा।
वहीं Geneva में यूरोपीय देशों और ईरान के प्रतिनिधियों के बीच बैठकों का दौर जारी है। लेकिन ground पर हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।
iran israel missile संघर्ष से बढ़ता मानव संकट
इस पूरे प्रकरण ने यह साफ कर दिया है कि यह लड़ाई अब सिर्फ सीमित जवाबी हमलों की नहीं रही। ईरान की ओर से cluster munitions का प्रयोग और इज़राइल के hospital पर missile गिरना इस बात का संकेत है कि आम नागरिक अब सीधे तौर पर इस युद्ध की चपेट में हैं।
iran israel missile हमले ने दुनिया भर में मानवता, अंतरराष्ट्रीय नियमों और शांति प्रयासों पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। आगे आने वाले दिन निर्णायक साबित हो सकते हैं कि ये लड़ाई और कितना गंभीर रूप लेती है।