किस्तवार जिला (Kishtwar District) में क्लाउडबर्स्ट से मचा कहर
जम्मू-कश्मीर का पहाड़ी इलाका किस्तवार जिला (Kishtwar District) आज एक बड़ी प्राकृतिक आपदा का गवाह बना। अचानक आए क्लाउडबर्स्ट ने पूरे क्षेत्र में विनाशकारी बाढ़ और मलबे का सैलाब ला दिया। इस त्रासदी में अब तक 60 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 200 से ज्यादा लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
मूसलाधार बारिश के बाद आई इस आपदा ने कई घरों को बहा दिया, मंदिर मार्ग को तबाह कर दिया और स्थानीय ढांचागत सुविधाओं को भारी नुकसान पहुंचाया। सबसे ज्यादा असर मचैल माता यात्रा मार्ग पर पड़ा, जहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु और सेवक फंस गए।
राहत और बचाव कार्य
राहत कार्य के लिए NDRF, SDRF, भारतीय सेना और वायुसेना की टीमें लगातार काम कर रही हैं। कठिन पहाड़ी इलाके और टूटी सड़कों की वजह से rescue operations को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हेलीकॉप्टर और ड्रोन की मदद से खोज अभियान चलाया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी राहत शिविर बनाए हैं। मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल लगातार हालात की समीक्षा कर रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
भविष्य के लिए चेतावनी
विशेषज्ञों का मानना है कि हिमालयी क्षेत्र में इस तरह के क्लाउडबर्स्ट climate change और अनियंत्रित निर्माण गतिविधियों का परिणाम हैं। यह घटना हमें आगाह करती है कि पर्वतीय इलाकों में आपदा प्रबंधन और disaster preparedness को और मजबूत करने की ज़रूरत है।