Tech की दुनिया से बड़ी खबर सामने आ रही है – Microsoft layoffs की एक और बड़ी लहर Xbox division, sales, और marketing teams को जोरदार तरीके से हिट कर चुकी है। ये चौथा बड़ा छंटनी अभियान है जो कंपनी ने पिछले 18 महीनों में किया है।
सूत्रों के मुताबिक, Microsoft इस बार हज़ारों कर्मचारियों की छुट्टी करने जा रहा है, और इसकी टाइमिंग भी तय है – ये layoffs 30 जून या जुलाई के पहले सप्ताह तक किए जाएंगे, जो कि कंपनी के fiscal year के अंत से जुड़ा है।
Microsoft layoffs की सबसे ज्यादा मार Xbox gaming division पर पड़ी है, जहां कई studio closures और game cancellations के बाद अब manpower trimming किया जा रहा है। वहीं, global sales और corporate marketing जैसी departments भी इस छंटनी से अछूती नहीं रही हैं।
क्यों हो रहे हैं ये Microsoft layoffs?
Microsoft ने हाल ही में करीब 6000 कर्मचारियों को मई 2025 में निकाला था, और अब एक और substantial wave चल रही है। कंपनी का कहना है कि ये सभी कदम strategic restructuring के हिस्से हैं, जिससे वह अपने AI और data center investments में ज़्यादा capital डाल सके।
AI का future देखते हुए, Microsoft अब cloud और AI tech पर भारी फोकस कर रहा है। इसके चलते traditional teams को downsizing का सामना करना पड़ रहा है।
इंसानी चेहरों की कहानी
एक employee Freddy Kristiansen, जिन्होंने 23 साल Microsoft में काम किया, उन्हें भी इस Microsoft layoffs में हटाया गया है। मगर भावनात्मक जुड़ाव इतना गहरा है कि वे अब भी रोज़ office जाते हैं। यह दिखाता है कि ये छंटनी केवल numbers नहीं, ज़िंदगियाँ बदल रही हैं।
Tech Industry में छंटनी का माहौल
Microsoft अकेला नहीं है इस छंटनी की राह पर। Reports के मुताबिक 2025 में अभी तक tech industry में करीब 63,000 से ज़्यादा लोग नौकरी खो चुके हैं। Amazon, Intel, Meta जैसी कंपनियों ने भी cost cutting और AI priorities के नाम पर staff में भारी कटौती की है।
Microsoft layoffs की ये चौथी wave एक clear signal है कि अब tech companies cost optimization को priority दे रही हैं। Xbox fans को भी अब आने वाले समय में नए titles और studios को लेकर uncertainty का सामना करना पड़ सकता है।
Microsoft ने हालांकि किसी भी number को officially confirm नहीं किया है, लेकिन अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में और departments पर गाज गिर सकती है।