Mumbai Local Train में भारी भीड़ के चलते बड़ा हादसा, पांच की मौत
आज सुबह मुम्ब्रा (Mumbra) और कालवा (Kalwa) के बीच एक दर्दनाक हादसे में Mumbai local train से गिरकर 5 यात्रियों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। घटना उस समय हुई जब एक overcrowded fast local train दूसरी ट्रेन के साथ parallel चल रही थी। यात्रियों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि लोग दरवाज़ों और footboard पर लटके हुए थे।
जब दो ट्रेने एक-दूसरे के पास से गुज़रीं, कई लोग अपना balance खो बैठे और train से नीचे गिर गए। हादसे के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और तुरंत ही rescue teams और रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे।
Overcrowding और Open Doors बने हादसे का बड़ा कारण
Mumbai local train नेटवर्क हर दिन लाखों यात्रियों को transport करता है। लेकिन अक्सर इसमें Super Dense Crush Load देखने को मिलता है, जहां capacity से कई गुना ज्यादा लोग सफर करते हैं। इस हादसे में भी देखा गया कि यात्री दरवाज़ों से लटके हुए थे क्योंकि अंदर बिल्कुल भी जगह नहीं थी।
पुलिस और रेलवे सूत्रों के मुताबिक़, ट्रेन के तेज़ रफ्तार से गुजरने के दौरान कई लोग सामने से आती ट्रेन से टकरा गए या खुद ही गिर गए। घायलों को तुरंत Kalwa और Thane के hospitals में admit कराया गया है। कुछ की हालत critical बताई जा रही है।
Railway का Emergency Action: Automatic Doors होंगे Mumbai Local Train में अनिवार्य
हादसे के तुरंत बाद Central Railway और Railway Board ने मुंबई local train सिस्टम में बड़ा बदलाव करने का आदेश दिया है। अब से सभी पुराने और नए local trains में automatic door system लगाया जाएगा ताकि यात्रियों की सुरक्षा को ensure किया जा सके।
रेलवे CPRO ने कहा, “यह हादसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और overcrowding के कारण हुआ है। हमारी प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा है और इसके लिए हम पूरी व्यवस्था बदल रहे हैं।”
Mumbai Local Train System में Reforms की ज़रूरत
यह हादसा एक बार फिर से बताता है कि Mumbai local train सिस्टम में सुधार की कितनी सख्त ज़रूरत है। आज भी लाखों लोग बिना दरवाज़े वाली ट्रेनों में यात्रा करते हैं, जो उनकी जान के लिए खतरा बन चुका है।
- अधिक frequency वाली trains चलाना ज़रूरी है
- Stations पर crowd management को मजबूत किया जाए
- Awareness campaigns चलाए जाएं ताकि लोग footboard पर सफर करने से बचें
Mumbai local train हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। 5 मासूम लोगों की जान गई और कई ज़िंदगी भर के लिए घायल हो गए। अगर अब भी सरकार और रेलवे सख्त कदम नहीं उठाते, तो ऐसे हादसे फिर दोहराए जा सकते हैं। यह वक्त है बदलाव का, safety reforms का, और यात्रियों की जान बचाने का।