चंडीगढ़ से एक बड़ी खबर सामने आई है। पंजाब और हरियाणा के बीच भाखड़ा नहर के पानी को लेकर जबरदस्त विवाद छिड़ गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि हरियाणा अपनी सीमा से ज्यादा पानी मांग रहा है, जबकि राज्य पहले ही साल का कोटा इस्तेमाल कर चुका है। उन्होंने इसे “गंदी राजनीति” करार दिया है और केंद्र सरकार पर बीजेपी के दबाव में आकर भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड से गलत फैसले करवाने का आरोप लगाया है।
वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पलटवार करते हुए कहा है कि भगवंत मान पानी के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल को पंजाब को पत्र लिखकर पानी की सप्लाई की सूचना दी गई थी, लेकिन पंजाब सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया। सैनी का कहना है कि मान मुद्दे से भटकाकर अपनी राजनीति चमकाना चाहते हैं।
अब इस टकराव का असर पंजाब-हरियाणा की जनता पर पड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर जल्द समाधान नहीं निकला, तो गर्मियों में पानी की भारी किल्लत हो सकती है। इस बीच, सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर जबरदस्त बहस छिड़ गई है।
क्या यह विवाद राजनीतिक रंग ले चुका है? क्या आम जनता की प्यास इस खींचतान में बुझ पाएगी? सबकी नजरें अब केंद्र सरकार और भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड पर टिकी हैं।