Pushpak Express से गिरकर 5 मृत, कई घायल
Mumbai के Diva और Mumbra स्टेशनों के बीच आज सुबह क़रीब 9 बजे भीषण हादसा हुआ। Pushpak Express में भीड़ इतनी ज़्यादा थी कि कई यात्री दरवाज़े पर लटके हुए थे। जैसे ही पास से एक लोकल ट्रेन गुज़री, धक्का‑मुक्की में पाँच लोग ट्रैक पर गिर गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
प्रशासन के मुताबिक 6 से 9 यात्री गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें Kalwa के Chhatrapati Shivaji Maharaj Hospital और Thane के Jupiter Hospital में भर्ती कराया गया है। हादसा होते ही स्थानीय लोगों ने हेल्पलाइन पर कॉल कर एम्बुलेंस बुलवाई और रेल यातायात कुछ देर के लिए रोक दिया गया।
दृष्टिकोण से यह साफ़ है कि ओवर‑क्राउडिंग और खुली दरवाज़ों वाली तेज़ रफ्तार ट्रेनें जानलेवा कॉम्बिनेशन बन चुकी हैं। यात्रियों ने बताया कि सप्ताह के पहले दिन सुबह‑सुबह Pushpak Express अक्सर क्षमता से कहीं ज़्यादा भीड़ लेकर चलती है।
Railway अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। Central Railway का कहना है कि सभी नई EMU रेक में automatic door‑closing system जल्द जोड़ा जाएगा और प्लेटफ़ॉर्म पर भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जाए और सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएँ, तो यात्रियों को दरवाज़े पर खड़े होने की मजबूरी नहीं रहेगी।
आक्रोशित यात्रियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा कर Railway Ministry से जवाबदेही मांगी है। Civic groups का कहना है कि केवल तकनीकी उपाय पर्याप्त नहीं; जागरूकता अभियान और सख़्त प्रवर्तन भी ज़रूरी हैं। तीसरी बार फिर, Pushpak Express हादसा दिखाता है कि भीड़भाड़ वाले रूट पर सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए—वरना ऐसी त्रासदियाँ दोहराती रहेंगी।