Supreme Court के बाहर Samay Raina ने बोला – “I Support Mohak Mangal”, Disability Mockery केस में मचा घमासान
नई दिल्ली: मशहूर स्टैंडअप कॉमेडियन Samay Raina और अन्य सोशल मीडिया Influencers एक गंभीर विवाद में फंसे हुए हैं, जिसमें disability remarks को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मामला पहुँच चुका है। इसी बीच, Samay Raina ने कोर्ट के बाहर ANI रिपोर्टर को जवाब देते हुए कहा – “I Support Mohak Mangal”, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
यह बयान तब आया जब Supreme Court में ‘India’s Got Latent’ नामक शो को लेकर hearing चल रही थी, जिसमें दिव्यांग व्यक्तियों का मज़ाक उड़ाने का आरोप है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा है कि “Freedom of Speech की आड़ में किसी की dignity को violate नहीं किया जा सकता।”
“Why ‘I Support Mohak Mangal’ Became a Trending Slogan?”
Mohak Mangal का नाम पहले से ही चर्चा में था, जब उन्होंने ANI और कुछ मीडिया platforms पर copyright extortion और unethical journalism के आरोप लगाए थे। अब Samay Raina का यह समर्थन सीधे उस ongoing media ethics debate से जुड़ता दिख रहा है।
इस मुद्दे के बाद से, सोशल मीडिया पर #ISupportMohakMangal ट्रेंड कर रहा है और कई लोग इस पूरे मामले को Freedom of Expression बनाम Respect for Vulnerable Groups की लड़ाई बता रहे हैं।
Mohak Mangal कौन हैं और क्यों हो रहा है नाम वायरल?
Mohak Mangal एक यूट्यूबर, वीडियो journalist और सोशल कमेंट्री करने वाले content creator हैं। उन्होंने भारत की कई ज्वलंत सामाजिक और राजनीतिक समस्याओं पर deep insights दिए हैं। हाल ही में, उन्होंने ANI द्वारा उनके वीडियो copyright strike करवाने का आरोप लगाया था, जिससे मीडिया की transparency और ethics पर सवाल उठे।
Samay Raina का यह कहना कि “I Support Mohak Mangal”, इस पूरे media vs. creator debate को एक नई दिशा में ले जाता है।
Public और Reddit Reaction – Samay Raina के बयान पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं
Reddit और Instagram जैसे platforms पर लोगों ने Samay की witty nature की तारीफ की, लेकिन साथ ही disability mockery जैसे serious मुद्दे पर उनकी गंभीरता पर भी सवाल उठे।
“He’s funny but is this really a joke-worthy moment?”
“Supporting Mohak Mangal is cool, but the original case shouldn’t be deflected.”
Samay Raina का “I Support Mohak Mangal” कहना सिर्फ एक मज़ाक नहीं बल्कि current media और content creator ecosystem में चल रहे युद्ध की तरफ इशारा है। Supreme Court ने अपनी seriousness दिखा दी है और अब public को तय करना है कि freedom और dignity के बीच सही balance क्या है।