Sharmistha की गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया और पॉलिटिक्स में मचाया तूफान
गुरुग्राम से इंस्टाग्राम influencer Sharmistha को Kolkata पुलिस ने ‘Operation Sindoor’ पर की गई controversial post को लेकर अरेस्ट किया है। Sharmistha एक लॉ स्टूडेंट है और उन्होंने एक वीडियो में Bollywood celebs की चुप्पी पर सवाल उठाया था। यह वीडियो सोशल मीडिया पर viral हो गया, जिसके बाद उनके खिलाफ hate speech और communal tension फैलाने के आरोप लगे।
हालांकि, Sharmistha ने वीडियो delete कर दिया था और सोशल मीडिया पर माफ़ी भी मांगी थी, लेकिन तब तक FIR दर्ज हो चुकी थी। Kolkata पुलिस ने उन्हें transit remand में लेकर अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की judicial custody में भेज दिया गया।
Kangana Ranaut, BJP और Fans ने Sharmistha के सपोर्ट में उठाई आवाज़
Sharmistha की गिरफ्तारी पर Bollywood actress और politician Kangana Ranaut ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर उनके सपोर्ट में पोस्ट किया। Kangana ने कहा कि “उनकी बातें भले ही कड़वी हों, पर इसका मतलब ये नहीं कि उन्हें जेल भेज दिया जाए।”
वहीं BJP ने इस अरेस्ट को “appeasement politics” बताते हुए ruling पार्टी TMC पर निशाना साधा है। BJP नेताओं ने इसे freedom of speech पर हमला कहा है। सोशल मीडिया पर भी #ReleaseSharmistha ट्रेंड करने लगा, जहां लाखों यूजर्स ने arrest को लेकर नाराज़गी जाहिर की।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है #JusticeForSharmistha
Twitter (X), Instagram और Facebook पर लोग लगातार Sharmistha के सपोर्ट में पोस्ट कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि “सोशल मीडिया पर किसी का opinion होना जुर्म नहीं होना चाहिए।”
पब्लिक का मानना है कि अगर किसी को post या वीडियो से आपत्ति है, तो उसे कानून के दायरे में रहते हुए हैंडल करना चाहिए, न कि सीधे अरेस्ट किया जाए। कई users ने पूछा, “क्या ये देश में freedom of expression बची है?”
Legal Case और Sections की जानकारी
Sharmistha के खिलाफ Bharatiya Nyaya Sanhita (BNS) की multiple sections लगाई गई हैं, जिनमें शामिल हैं:
- धर्म के नाम पर community के बीच नफरत फैलाना
- Religious sentiments को hurt करना
- Public disorder को provoke करना
- Online platform पर statements से unrest create करना
यह sections काफी serious हैं और इनमें लंबी सज़ा भी हो सकती है। लेकिन experts का कहना है कि जिस अंदाज़ में गिरफ्तारी हुई, वह disproportionate था।
क्या Sharmistha के साथ हो रहा है अन्याय?
इस case ने पूरे देश में एक बार फिर ये सवाल खड़ा कर दिया है — क्या social media पर अपनी बात रखना अब crime बन गया है? क्या एक young law student को jail भेजना सही है, जब उसने माफी भी मांग ली थी?
अब देखना ये होगा कि court आगे क्या फैसला देती है और क्या Sharmistha को जल्द ही रिहाई मिलती है। तब तक सोशल मीडिया पर justice की आवाज़ और तेज़ हो रही है।