Khawaja Asif के बयान से Simla Agreement पर छिड़ा नया विवाद
Pakistan के Defence Minister Khawaja Asif ने Simla Agreement को “Dead Document” बता दिया है। उन्होंने कहा कि अब Kashmir मुद्दा bilateral यानी द्विपक्षीय बातचीत से नहीं, बल्कि international platforms पर उठाया जाएगा। Khawaja Asif के इस बयान ने India-Pakistan के बीच जारी कूटनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है।
Pakistan की सफाई: Khawaja Asif का personal view
हालांकि Pakistan की Foreign Office ने सफाई देते हुए कहा कि Simla Agreement को officially cancel नहीं किया गया है। उनका कहना है कि Khawaja Asif का बयान उनके personal विचार हो सकते हैं, ना कि Government का official stance। लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या ये Pakistan की policy में बदलाव का संकेत है?
India का जवाब: सिर्फ आतंकवाद और PoK पर बात होगी
India ने Khawaja Asif के बयान को लेकर strong reaction दिया है। Defence Minister Rajnath Singh ने साफ कहा कि अब Pakistan से कोई भी बातचीत सिर्फ terrorism और Pakistan Occupied Kashmir (PoK) की वापसी पर होगी। उन्होंने यह भी दोहराया कि Simla Agreement अभी भी valid है और Pakistan अपने दायित्वों से पीछे नहीं हट सकता।
Khawaja Asif के बयान के बाद Kashmir मुद्दा फिर से global stage पर
Khawaja Asif के इस controversial बयान के बाद Pakistan ने इशारा किया है कि अब वह Kashmir मुद्दे को UN और दूसरे global platforms पर उठाएगा। लेकिन India का कहना है कि यह Simla Agreement की भावना के खिलाफ है, जिसमें साफ कहा गया है कि सभी मुद्दे आपसी बातचीत से सुलझाए जाएंगे।
Strategic Impact: Chhamb sector पर पड़ सकता है असर
Experts का मानना है कि अगर Pakistan Simla Agreement को dead मानता है, तो India भी उस समझौते के तहत दिए गए areas जैसे कि Chhamb sector पर अपना दावा फिर से ठोक सकता है। इससे LOC (Line of Control) की legal validity पर भी सवाल उठ सकते हैं।
Khawaja Asif के बयान ने एक बार फिर India-Pakistan के बीच पुराने जख्मों को हरा कर दिया है। Simla Agreement को लेकर जो diplomatic framework था, अब वह टूटता हुआ नजर आ रहा है। हालांकि Pakistan ने Damage Control करने की कोशिश की है, लेकिन इस विवाद का असर आने वाले diplomatic और military relations पर जरूर पड़ेगा।