जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने त्वरित एक्शन लिया है। सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सेना प्रमुख जनरल अनिल चौहान भी मौजूद रहे।
मोदी को रिपोर्ट करने पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लिए जा सकते हैं बड़े फैसले
सूत्रों के मुताबिक, मोदी को रिपोर्ट करने पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री को घटनास्थल की मौजूदा स्थिति, आतंकवादियों के खिलाफ चल रहे अभियानों और सेना की तैयारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। पहलगाम हमले को लेकर सरकार बेहद गंभीर है और जल्द ही आतंकियों तथा उनके समर्थकों के खिलाफ बड़े कदम उठाए जा सकते हैं।
बैठक के दौरान नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान द्वारा की जा रही लगातार गोलीबारी का भी मुद्दा उठा। मोदी को रिपोर्ट करने पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस पर सेना की ओर से दी जा रही जवाबी कार्रवाई की जानकारी दी। माना जा रहा है कि भारत पाकिस्तान के खिलाफ सिंधु जल संधि पर भी पुनर्विचार कर सकता है और वीजा नीतियों को सख्त बना सकता है।

आतंकियों पर कार्रवाई तेज
बैठक के बाद सेना और सुरक्षा एजेंसियों को जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सघन सर्च ऑपरेशन चलाने के निर्देश दिए गए हैं। आतंकी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने वाले तत्वों के ठिकानों को चिन्हित कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
पुलिस और सुरक्षाबलों ने कई इलाकों में छापेमारी कर संदिग्धों को हिरासत में लिया है। मोदी को रिपोर्ट करने पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि सरकार और सेना इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
देशभर में इस आतंकी हमले को लेकर गुस्सा है और अब सरकार का रुख सख्त नजर आ रहा है। आने वाले दिनों में जम्मू-कश्मीर और देश की सुरक्षा नीति में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।