भारतीय टीम शानदार फॉर्म में है। उसने अभी तक अपने छह के छह मुकाबले जीते हैं। टीम अंक तालिका में भी शीर्ष पर है। भारत ने अपने पहले मैच में चेन्नई की स्पिन ट्रैक पर अश्विन को मौका दिया था। उसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ हर मैच तक टीम इंडिया एक एक्स्ट्रा पेसर शार्दुल ठाकुर के साथ उतरी। हार्दिक पांड्या पेस बॉलिंग ऑलराउंडर और रवींद्र जडेजा स्पिन ऑलराउंडर के तौर पर टीम में थे। हालांकि, बांग्लादेश के खिलाफ मैच में हार्दिक के टखने में चोट लगी और टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा।
हालांकि, कप्तान रोहित ने उन पर भरोसा जताते हुए कहा था कि हार्दिक को चोट लगने पर लगा था कि भारत को आगे मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में रोहित ने हार्दिक की जगह सूर्यकुमार यादव के रूप में एक अतिरिक्त बल्लेबाज और शार्दुल की जगह मोहम्मद शमी के रूप में एक अतिरिक्त गेंदबाज को मौका दिया। रोहित का यह फैसला मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रही न्यूजीलैंड की टीम को शमी ने पांच विकेट लेकर झकझोर कर रख दिया।
इस तरह हार्दिक के चोटिल होने से भारतीय टीम के चयन की समस्या दूर हो गई। टीम को सही प्लेइंग कॉम्बिनेशन मिला है। हालांकि, हार्दिक पूरी तरह बाहर नहीं हुए हैं और मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टीम मैनेजमेंट उन्हें नॉकआउट में खेलता देखना चाहता है। भारतीय टीम अब ऐसी गलती नहीं करना चाहेगी। हार्दिक अगर वापस आते हैं तो शार्दुल को लाने की बजाय रोहित और द्रविड़ शमी को ही मौका देने पर विचार कर सकते हैं।