Uttarkashi Cloudburst की वजह से पूरे उत्तरकाशी ज़िले में तबाही मच गई है। सोमवार रात से जारी भारी बारिश और अचानक आए Flash Floods ने सैकड़ों लोगों की ज़िंदगी खतरे में डाल दी है। सैलाब इतना तेज़ था कि Dharali गांव, Sukhi Top और Harsil जैसे क्षेत्र पूरी तरह से तबाह हो गए हैं।
Uttarakhand Flash Floods में 100 से ज़्यादा लोग लापता, 4 की मौत की पुष्टि
अब तक की जानकारी के अनुसार, कम से कम 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और 100 से ज्यादा लोग लापता हैं, जिनमें 10 से अधिक सेना के जवान और कई पर्यटक शामिल हैं। Uttarakhand flash floods के चलते कई होटल्स, दुकानें और घर पानी में बह गए हैं। सबसे ज़्यादा नुकसान Dharali में हुआ है, जहां 20 से ज़्यादा होटल और 10–12 लोग मलबे में दबे हो सकते हैं।
Rescue Operation Uttarakhand: रेस्क्यू में जुटे सेना और NDRF के जवान
सेना की Ibex Brigade, NDRF, SDRF और ITBP की टीमों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। 150 से ज़्यादा जवान मौके पर पहुंच चुके हैं और ड्रोन, स्निफर डॉग्स, सैटेलाइट फोन और हेलीकॉप्टर के माध्यम से लापता लोगों की खोज जारी है। भारी बारिश के बावजूद 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
लगातार बारिश बनी चुनौती, Gangotri Highways बंद
Indian Meteorological Department ने 10 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही बारिश से गंगोत्री हाईवे और कई अन्य सड़कें बंद हैं। Uttarkashi से संपर्क टूट चुका है और इलाके में बिजली व मोबाइल नेटवर्क भी प्रभावित हुआ है।
Locals और Tourists में दहशत का माहौल
उत्तराखंड की खूबसूरत वादियां अब तबाही का चिह्न बन गई हैं। Dharali में रहने वाले locals का कहना है कि “पहाड़ी से पानी और मलबा ऐसे गिरा जैसे सैलाब मौत लेकर आया हो।” कई पर्यटक अपने परिवार से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। Rescue Operation Uttarakhand में हर पल कीमती साबित हो रहा है।
PM और CM का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति पर चिंता व्यक्त की है और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेस्क्यू को “war-footing” पर बताया है और हेलीपैड्स तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।
Climate Change या Himalayan Curse?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं के पीछे climate change, unplanned construction और deforestation जैसे कारण जिम्मेदार हैं। Cloudburst in Uttarakhand अब बार-बार की घटना बनते जा रहे हैं।
Uttarakhand flash floods ने फिर यह साबित कर दिया है कि पहाड़ी इलाकों में आपदा किसी भी पल आ सकती है। इस बार Uttarkashi cloudburst ने लोगों को एक बार फिर दर्दनाक अनुभव दे दिया है। सरकार, सेना और राहत एजेंसियों की तत्परता सराहनीय है, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और योजनाबद्ध विकास बेहद आवश्यक है।