Uttarkashi Cloudburst: भारी बारिश के बाद बादल फटने से गांव बहा, दर्जनों लोग लापता
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भयंकर बादल फटने (Cloudburst in Uttarkashi) की घटना ने सोमवार दोपहर भारी तबाही मचाई। दोपहर 1:30 बजे के करीब, खीर गंगा नदी के ऊपरी हिस्से में आई इस प्राकृतिक आपदा ने धाराली गांव को पूरी तरह तबाह कर दिया। तेज बारिश और बादल फटने से आई फ्लैश फ्लड ने दर्जनों मकान, होटल, दुकानें और वाहन बहा दिए।
स्थानीय लोगों और अधिकारियों के अनुसार, अब तक 4 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है, लेकिन लापता लोगों की संख्या 50 से अधिक बताई जा रही है। मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
Locals Claim Death Toll in Uttarkashi Much Higher Than Official Figures
जहां प्रशासन का कहना है कि मौतों की संख्या फिलहाल कम है, स्थानीय लोगों का कहना है कि सच्चाई इससे कहीं ज्यादा भयानक है। धाराली गांव में उस समय मेला चल रहा था, और सैकड़ों लोग बाजार में मौजूद थे। लोगों के अनुसार, लगभग 10-12 शव मलबे के नीचे देखे गए हैं। Uttarkashi cloudburst के चलते कई पर्यटक और स्थानीय निवासी लापता हैं।
Uttarkashi flash flood, Uttarakhand weather update, Dharali landslide, और Harsil rescue operation जैसे कीवर्ड लगातार ट्रेंड कर रहे हैं क्योंकि राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है।
Army और NDRF ने शुरू किया रेस्क्यू ऑपरेशन
उत्तराखंड सरकार ने घटना के तुरंत बाद SDRF, NDRF, ITBP और आर्मी की टीमों को राहत कार्यों के लिए तैनात किया है। हेलिकॉप्टर्स, स्निफर डॉग्स और आधुनिक उपकरणों की मदद से लापता लोगों की तलाश की जा रही है। अब तक 15 से ज्यादा लोगों को बचाया गया है, जबकि गांव का अधिकांश हिस्सा मलबे में दबा है।
Uttarkashi rescue operation को बारिश ने और कठिन बना दिया है। अगले कुछ दिनों तक भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है, जिससे और भूस्खलन (landslide in Uttarkashi) की संभावना जताई जा रही है।
गांव के बह जाने का वीडियो वायरल, प्रशासन पर सवाल
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि धाराली गांव देखते ही देखते बह गया। इस वीडियो ने पूरे देश को झकझोर दिया है। लोग सरकार और स्थानीय प्रशासन से प्रभावित परिवारों के लिए मुआवज़ा और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं।
Uttarakhand disaster, flash floods in India, और climate change in Himalayas जैसे मुद्दे फिर से बहस में आ गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अत्यधिक पर्यटन और अंधाधुंध निर्माण हिमालयी क्षेत्रों में इस प्रकार की आपदाओं को और खतरनाक बना रहे हैं।
Uttarkashi Cloudburst Tragedy: Highlights
बिंदु | विवरण |
घटना | बादल फटना (Cloudburst) – 5 अगस्त 2025, दोपहर |
स्थान | धाराली गांव, उत्तरकाशी, उत्तराखंड |
मृतक | 4 आधिकारिक रूप से, असली आंकड़ा अधिक हो सकता है |
लापता | 50+ लोग लापता, मेला क्षेत्र में भीड़ अधिक थी |
क्षति | मकान, दुकानें, होटल, वाहन बह गए |
रेस्क्यू | SDRF, NDRF, ITBP और सेना की टीम मौके पर |
मौसम चेतावनी | भारी बारिश की RED ALERT जारी |
Conclusion: उत्तरकाशी की घटना सिर्फ एक चेतावनी नहीं
उत्तरकाशी की ये प्राकृतिक आपदा एक चेतावनी है — हमें अपने पहाड़ी क्षेत्रों के प्रति और अधिक जिम्मेदार होने की जरूरत है। Uttarkashi cloudburst जैसी घटनाएं हमें दिखाती हैं कि जलवायु परिवर्तन और अनियंत्रित निर्माण का सामना करने के लिए हमें नीतियों और व्यवहार में बड़ा बदलाव लाना होगा।
सरकार को चाहिए कि वह लापता लोगों की तुरंत खोज, प्रभावितों को मुआवज़ा, और आने वाले दिनों में पर्यावरण-संवेदनशील नीति बनाए।