चंडीगढ़, 4 जुलाई 2024 – हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सैनी ने आज अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं को परेशान करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह बयान आज एक उच्चस्तरीय बैठक के दौरान दिया, जिसमें विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सैनी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ हैं और उनके साथ किसी भी प्रकार की दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे भाजपा कार्यकर्ताओं की शिकायतों को गंभीरता से लें और उनका समाधान प्राथमिकता के आधार पर करें।
मुख्यमंत्री सैनी का कड़ा संदेश
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा, “यदि किसी अधिकारी द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को परेशान किया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम अपने कार्यकर्ताओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही या पक्षपातपूर्ण व्यवहार स्वीकार्य नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चेताया कि यदि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी और निष्पक्षता से नहीं करते हैं, तो उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।
कार्यकर्ताओं की शिकायतों का शीघ्र समाधान
मुख्यमंत्री सैनी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे भाजपा कार्यकर्ताओं की समस्याओं और शिकायतों का शीघ्र समाधान करें। उन्होंने कहा कि सरकार और पार्टी के बीच समन्वय आवश्यक है और इसे मजबूत करने के लिए सभी स्तरों पर प्रयास किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी जोरों पर है। भाजपा अपने कार्यकर्ताओं के समर्थन और सहयोग से एक बार फिर से सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है।
मुख्यमंत्री के इस कड़े संदेश का उद्देश्य न केवल कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना है, बल्कि प्रशासनिक तंत्र में सुधार लाना भी है ताकि राज्य की जनता को बेहतर सेवाएं मिल सकें।
इस चेतावनी के बाद अधिकारियों में हलचल मच गई है और वे अपने कार्यों में अधिक सतर्कता बरतने की तैयारी कर रहे हैं।
राजनीतिक माहौल में हलचल
मुख्यमंत्री सैनी के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में भी चर्चा शुरू हो गई है। विपक्षी दलों ने इसे भाजपा के कार्यकर्ताओं को अनुचित संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए आलोचना की है।
भाजपा के समर्थकों ने मुख्यमंत्री के इस बयान का स्वागत किया है और इसे कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने वाला कदम बताया है।
इससे स्पष्ट है कि आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री सैनी किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं और प्रशासनिक तंत्र को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।