रोहतक, 3 जुलाई 2024: रोहतक के वकील आज एक नए कानून के विरोध में अपना काम सस्पेंड करेंगे। इस कानून के विरोध में वकीलों की ओर से हड़ताल की घोषणा की गई है, जिसके तहत पूरे जिले में न्यायिक कार्य ठप रहेगा। वकीलों का कहना है कि इस कानून के लागू होने से पुलिस के अधिकार बढ़ जाएंगे और इससे न्यायिक प्रक्रिया पर बुरा असर पड़ेगा।
वकील संघ के प्रधान, अजय शर्मा ने कहा, “यह कानून हमारी न्याय प्रणाली के संतुलन को बिगाड़ देगा। इससे पुलिस को अत्यधिक अधिकार मिल जाएंगे, जो कि नागरिकों के अधिकारों का हनन कर सकते हैं।” उन्होंने आगे बताया कि इस कानून के तहत पुलिस को गिरफ्तारी और जांच के मामलों में अधिक शक्तियां प्रदान की गई हैं, जिससे न्यायिक प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता प्रभावित हो सकती है।
वकीलों का कहना है कि नए कानून से न केवल वकीलों का काम कठिन हो जाएगा, बल्कि आम नागरिकों को भी न्याय पाने में मुश्किलें आ सकती हैं। इस हड़ताल के दौरान वकीलों ने विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन करने और सरकार से इस कानून को वापस लेने की मांग करने की योजना बनाई है।
स्थानीय अदालतों में कामकाज पूरी तरह से बंद रहेगा, जिससे कई मामलों की सुनवाई प्रभावित होगी। वकील संघ ने आम जनता से भी इस विरोध में समर्थन की अपील की है। उन्होंने कहा, “हमारी लड़ाई केवल वकीलों की नहीं, बल्कि हर उस नागरिक की है जो अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहा है।”
इस बीच, पुलिस प्रशासन का कहना है कि नया कानून कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक है और इससे आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगेगा। पुलिस ने वकीलों से शांति बनाए रखने और संवैधानिक प्रक्रिया का पालन करने की अपील की है।
देखना होगा कि इस हड़ताल का असर कितना व्यापक होता है और क्या वकीलों की इस विरोध प्रदर्शन से सरकार पर कोई असर पड़ता है। फिलहाल, रोहतक के न्यायालय परिसर में तनाव का माहौल बना हुआ है।