देश में बाढ़ का संकट लगातार गहराता जा रहा है। पंजाब और जम्मू में आई भयंकर बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। हालात को देखते हुए Amit Shah ने तुरंत उच्च स्तरीय बैठक की और राज्य सरकारों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य को तेज करने के आदेश दिए हैं।
Amit Shah ने की राहत की समीक्षा
Union Home Minister Amit Shah ने पंजाब के मुख्यमंत्री और जम्मू के नेताओं से सीधा संवाद किया। उन्होंने NDRF और Army को तुरंत प्रभावित जिलों में तैनात करने का आदेश दिया। पंजाब में 26 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं और लाखों लोग प्रभावित हैं, जबकि जम्मू में cloudburst और landslide से हालात और भी बिगड़ गए हैं।
Amit Shah ने राजभवन में दो अलग-अलग बैठकों की अध्यक्षता की—एक बैठक में relief operation की समीक्षा की गई और दूसरी बैठक में border security और infrastructure पर चर्चा हुई।
बाढ़ से तबाही और राहत कार्य
- पंजाब के 1300 से ज्यादा गांव बाढ़ से डूब चुके हैं।
- जम्मू के कई जिलों में cloudburst और landslide से अब तक 130 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।
- Rescue Operation में NDRF, Army, J&K Police, CRPF और SDRF मिलकर काम कर रहे हैं।
- Vaishno Devi Yatra को सुरक्षा कारणों से रोकना पड़ा।
केंद्र सरकार का बड़ा कदम
Amit Shah ने कहा है कि हर प्रभावित राज्य को पूरी मदद दी जाएगी। Inter-Ministerial Central Teams (IMCTs) को Punjab, Himachal Pradesh, Uttarakhand और Jammu-Kashmir भेजा गया है ताकि नुकसान का आकलन किया जा सके।
Punjab के CM ने PM से बकाया 60,000 करोड़ रुपये की राशि जारी करने और किसानों को बढ़ी हुई फसल मुआवजा देने की मांग की है।
फिलहाल देश की नजर राहत और बचाव कार्य पर टिकी है। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर स्थिति को संभालने की कोशिश कर रही हैं। लोगों को भरोसा दिलाया गया है कि किसी भी हालात में सहायता पहुंचाने में देरी नहीं होगी।