कुशीनगर : सामान्य प्रशासन के सलाहकार (राज्य मंत्री) दर्जा प्राप्त डा. पीके राय ने कहा कि पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री रहे स्वर्गीय बाबू गेंदा किसानों के मसीहा थे। वे जीवन पर्यत किसानों की समस्याओं को लेकर लड़ते रहे। उनकी सोच थी कि पूर्वाचल का हर किसान खुशहाल रहे इस सिद्धांत पर काम किए और इसका लाभ यहां के किसानों को मिला।डा. राय शुक्रवार को स्थानीय नगर पंचायत परिसर में स्वर्गीय बाबू गेंदा सिंह के 37 वी पुण्य तिथि के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा एवं विचार गोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बाबू गेंदा सिंह के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम सभी उनके बताए मार्ग को अनुशरण करेंगे। विशिष्ट अतिथि फाजिलनगर के पूर्व विधायक विश्वनाथ सिंह ने कहा कि बाबू गेंदा सिंह मानवता के पुजारी थे। उन्होंने पूर्वाचल के किसानों के लिए जो कार्य किए उसे हम भुला नहीं सकते है।मुख्य अतिथि डा. राय, विशिष्ट अतिथि श्री सिंह, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष त्रिभुवन प्रसाद जायसवाल, सपा के जिला उपाध्यक्ष जयंत कुमार सिंह, तमकुही के प्रमुख व प्रमुख संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्त, प्रमुख प्रतिनिधि सेवरही डा. उदय नारायण गुप्त, केन यूनियन के चेयर मैन सुरेंद्र राय, किसान पीजी कालेज के पूर्व प्राचार्य उमाकांत राय, ओम प्रकाश सिंह आदि ने बाबू गेंदा सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान रामचंद्र राय ने की तथा संचालन सपा जिला महासचिव अरविंद सिंह पटेल ने किया।इस अवसर पर अवधेश राय, अष्टभुजा शाही, जुनेद आलम, महेश कुशवाहा, हसन अली, रंजन जायसवाल, लव जायसवाल, मनेंद्र शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।गेंदा सिंह के विचारों को आत्मसात करने की जरूरतपूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री रहे स्वर्गीय बाबू गेंदा की 37 वीं जयंती धूमधाम से समारोह पूर्वक मनायी गई। वक्ताओं ने बाबू गेंदा सिंह के जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए इनके विचारों को आत्मसात करने व कृत्यों का अनुशरण करने का संकल्प लिया।बभनौली स्थित पंचायत भवन पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता संजय राय ने कहा कि बाबू गेंदा सिंह जब केंद्र में कृषि मंत्री हुए तो सर्व प्रथम उन्होंने पूर्वाचल के किसानों के लिए सिंचाई के लिए नहरों का संजाल बिछाया। एशिया स्तर का गन्ना शोध संस्थान, मसाला फार्म, आलू फार्म, रेशम फार्म आदि स्थापित कराए। आज हम सभी को उनके बताए मार्ग को अनुशरण करने की जरूरत है। इस अवसर पर विनोद राय, उपेंद्र गुप्ता, फणिन्द्र राय, भोलू शाही, विट्टू, जितेंद्र यादव, राम विलास प्रसाद, उपेंद्र कुमार राय, अजय राय, नंद किशोर राय, सुमित राय, सुरेंद्र राय आदि मौजूद रहे।