जम्मू-कश्मीर के शोपियां ज़िले में मंगलवार सुबह सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने तीन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, इन आतंकियों में से एक की पहचान शाहिद, जो एक स्थानीय निवासी था, के रूप में हुई है।
इस मुठभेड़ के दौरान लगातार गोलियों की आवाजें शोपियां के ज़िनपथर केलर इलाके में सुनी गईं। पुलिस और सेना की संयुक्त कार्रवाई में आतंकियों को चारों तरफ से घेर लिया गया था।
यह मुठभेड़ उस समय सामने आई जब सुरक्षा एजेंसियों ने कुछ दिन पहले इलाके में ‘टेरर फ्री कश्मीर’ के पोस्टर लगाए थे, जिसमें तीन वांछित आतंकियों – आदिल हुसैन ठोकर, अली भाई और हाशिम मूसा – की तस्वीरें थीं। इन पर अप्रैल में हुए पहलगाम हमले का शक था जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी।
सरकार ने इन आतंकियों के बारे में जानकारी देने पर 20 लाख रुपये तक के इनाम की घोषणा भी की थी। इसी कड़ी में 25 अप्रैल को आतंकी आदिल ठोकर के घर को विस्फोटक से उड़ा दिया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक बयान में कहा था कि भारत ने केवल “रोक” लगाई है, युद्ध खत्म नहीं किया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में स्थित आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया था।
शोपियां की इस कार्रवाई को उसी ऑपरेशन से जोड़कर देखा जा रहा है। यह साफ है कि भारत अब आतंक के खिलाफ पूरी सख्ती के साथ जवाब दे रहा है और हर एक हमले का जवाब तय माना जा रहा है।