जनसंवाद कार्यक्रमों में जिस तरह सीएम पंचायती अंदाज में गांवों में सभी लोगों के बीच बैठकर परिवार के मुखिया की तरह समस्याएं सुन रहे हैं, उनका यह अंदाज लोगों को खूब रास आ रहा है। जन संवाद कार्यक्रम का धरातल पर ऐसा असर देखने को मिल रहा है कि जिस गांव में जन संवाद हो रहा, सिर्फ उसी गांव के ही नहीं बल्कि आसपास के अन्य गांवों से भी ग्रामीण मुख्यमंत्री से बात करने के लिए आते हैं।
कुरुक्षेत्र में हरियाणा कला परिषद द्वारा कला कीर्ति भवन की भरतमुनि रंगशाला में नाटक भगवान बिरसा मुण्डा का मंचन किया गया। संजय भसीन के निर्देशन तथा विकास शर्मा के सहनिर्देशन में मंचित नाटक के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल बतौर मुख्यअतिथि पहुंचे। विशिष्ट अतिथि के रूप में हरियाणा के भाजपा प्रभारी विप्लव देव उपस्थित रहे। झारखंड के आदिवासी समुदाय के भगवान कहे जाने वाले बिरसा मुण्डा के जीवन पर आधारित नाटक भगवान बिरसा मुण्डा में बिरसा की जीवन यात्रा को प्रस्तुत किया। सीएम ने कहा कि कला से जीवन में रस आता है। कलाकार अपनी प्रस्तुति के माध्यम से न केवल इतिहास को जिंदा करते हैं, बल्कि समाज को आईना दिखाने का भी प्रयास करते हैं। कलाकारों की प्रतिभा के माध्यम से ही किसी भी प्रदेश की संस्कृति जिंदा रह सकती है। कार्यक्रम में थानेसर के विधायक श्री सुभाष सुधा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और विगत साढ़े 8 वर्षों में सरकार द्वारा करवाए गए विकास कार्यों का ब्यौरा जनता के समक्ष प्रस्तुत किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री के ओएसडी जवाहर यादव सहित विभिन्न गणमान्य उपस्थित रहे।
लोगों का जीवन ज्यादा से ज्यादा सरल बने और इसके लिए लोगों को लाइनों में खड़ा न होना पड़े, इसके लिए व्यवस्था परिवर्तन के कई काम किए हैं। केंद्र व प्रदेश सरकार मिलकर विकास कार्य करवा रही है और आगे भी विकास कार्य जारी रहेंगे। बारना गांव में विकास कार्यों के लिए 2 करोड़ 56 लाख रुपए दिए जा चुके हैं। इससे गांव में रास्ते, विभिन्न चौपाल, अंबेडकर भवन के निर्माण सहित अन्य विकास कार्य करवाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब नौकरियां मेरिट के आधार पर दी जा रही हैं। गांव बारना में 125 सरकारी नौकरियां लगी हैं। इनमें 52 केंद्र व प्रदेश सरकार की और 73 नौकरियां कौशल रोजगार निगम की ओर से लगी हैं। जनसंवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने आसपास के गांवों के करीब 6 सरपंचों से भी बातचीत की और उनकी सीवरेज, स्वास्थ्य, बसों की समस्या, जल निकासी, पानी, तालाब, लड़कियों के स्कूल इत्यादि से संबंधित मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। उधर, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जन संवाद कार्यक्रमों में प्राप्त सुझावों और विचारों को आधार मानकर जन कल्याणकारी नीतियां तैयार की जाएंगी। ये नीतियां लोगों की आशाओं व आकांक्षाओं के अनुरूप होंगी। इन नीतियों को तैयार करने के लिए जन संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों के बीच पंहुचकर फीडबैक लिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पंजाबी शिक्षकों की कमी को जल्द पूरा किया जाएगा। शिक्षकों को पंजाबी विषय के साथ कोई अन्य दूसरा विषय पढ़ाना होगा। इस संबंध में जल्द भर्ती प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री गांव कराह साहिब में पंजाबी पीजीटी, एचटैट पास करने वाले प्रार्थियों की बात सुन रहे थे।बारना गांव की पंचायत की मांग पर सीएम ने ग्राम सचिवालय के रेनोवेशन के लिए डीसी को हाथों-हाथ आदेश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों व योजनाओं का लाभ धरातल पर सुचारू रूप से पहुंच रहा है या नहीं, इसे जानने के लिए जनसंवाद जनता से फीडबैक लेने का सबसे अच्छा माध्यम है। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से सरकार चलाना और विकास करवाना उनकी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायतों को कहा है कि वे हर तीन माह में ग्राम पंचायत की बैठक करें। इससे न केवल विकास कार्यों में तेजी आएगी, बल्कि पारदर्शिता के साथ विकास कार्य संभव हो पाएंगे। वे बुधवार को कुरुक्षेत्र जिले में ‘जनसंवाद’ कार्यक्रम के तहत बारना गांव में लोगों से सीधा संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों द्वारा जो भी प्रस्ताव पारित करके भेजे जाएंगे, उन विकास कार्यों को हर हाल में पूरा करवाया जाएगा।