हिमाचल प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर बीते 24 घंटों के दौरान व्यापक वर्षा हुई, जबकि शिमला में कुछ स्थानों पर तेज अंधड़ के साथ ओलावृष्टि भी हुई। इससे फलों और फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है। कांगड़ा के गग्गल में सर्वाधिक 58 मिलीमीटर, शिमला में 53 बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 3 मई तक राज्य में अधिकांश स्थानों पर वर्षा होगी और अधिक ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर बर्फबारी की संभावना है। विभाग ने लाहौल स्पीति और किन्नौर को छोड़कर शेष जिलों में कुछ स्थानों पर 2 मई तक भारी वर्षा, अंधड़, ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि, 3 से 5 मई तक येलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में हो रही व्यापक वर्षा जहां नकदी फसलों टमाटर और शिमला मिर्च के लिए उपयोगी मानी जा रही है, वहीं इससे गेहूं, ज्वार और लहसुन को नुकसान हो रहा है। आईएमडी के वैज्ञानिक ने कहा, पूरे देश में तापमान सामान्य से नीचे रहेगा। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र, हरियाणा और पंजाब में तापमान 9-10 डिग्री नीचे रहने का अनुमान है। आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। दिल्ली में भी बारिश अगले तीन दिनों तक जारी रहेगी। इसी तरह, पूर्वी हिस्से में बिहार, झारखंड से लेकर दक्षिण में कर्नाटक के आंतरिक क्षेत्र में भारी बारिश की संभावना है।
दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश में मई के पहले दिन शुरू हुआ बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने लगभग पूरे उत्तर भारत में तीन दिन भारी बारिश होने का अनुमान जताते हुए सोमवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया। उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में झमाझम
पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बार-बार मौसम में परिवर्तन आ रहा है, चंडीगढ़ मौसम विभाग ने बारिश और बूंदाबांदी की संभावनाओं को देखते हुए हरियाणा के सभी जिलों के येलो अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा मौसम विभाग ने 22 मार्च तक मौसम सामान्य रहने की संभावना जताई है. इस दौरान न्यूनतम अधिकतम तापमान में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी, वही बारिश और हवाओं में बढ़ोतरी की संभावना नहीं बताई जा रही है.