देश की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाके की हवा जहर बन गई है। यहां लगातार बढ़ते प्रदूषण से लोगों का बुरा हाल है। उधर लगातार बिगड़ती फिजाओं के बीच रविवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चरण-lV को लागू कर दिया गया है। इस बीच सोमवार को दिल्ली सरकार ने कहा कि 10वीं और 12वीं को छोड़कर 10 नवंबर तक स्कूल बंद रहेंगे।
ग्रैप को दिल्ली एनसीआर में प्रतिकूल वायु गुणवत्ता के 4 विभिन्न चरणों के हिसाब से बांटा गया गया है। ग्रैप का चरण-l उस वक्त लागू होता है, जब दिल्ली में AQI का स्तर 201-300 के बीच होता है। ग्रैप का दूसरा चरण उस परिस्थिति में प्रभावी होता है, जब राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक 301-400 के बीच ‘बहुत खराब’ मापा जाता है। चरण III ‘गंभीर’ वायु गुणवत्ता के बीच लागू किया जाता है। इस वक्त दिल्ली में एक्यूआई 401-450 के बीच होता है। वहीं ग्रैप कार्य योजना का अंतिम और चरण IV ‘गंभीर +’ वायु गुणवत्ता की परिस्थिति में लागू किया जाता है जो मौजूदा समय में दिल्ली में प्रभावी है।
ग्रैप के तहत शहर में करीब 1.5 लाख पेट्रोल चार पहिया वाहनों को ‘नहीं चलने वाली’ श्रेणी में रखा है। उधर दिल्ली परिवहन विभाग ने एक अधिसूचना में कहा है कि नियमों का उल्लंघन करते पाए जाने वाले किसी भी चार पहिया वाहन पर 20,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। परिवहन विभाग की कार्रवाई रिपोर्ट के अनुसार, 2 नवंबर (जब चरण 3 लागू किया गया था) और 4 नवंबर के बीच बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों पर 2.3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है।