Mediation पर India का स्पष्ट रुख – सभी विवाद केवल Bilateral Talks से ही हल होंगे
नई दिल्ली से बड़ी खबर – India ने स्पष्ट किया है कि Pakistan के साथ सभी विवाद केवल bilateral तरीके से ही सुलझेंगे। किसी भी प्रकार की mediation स्वीकार नहीं होगी। यह बयान तब आया जब Pakistan के Foreign Minister Ishaq Dar ने कहा कि उनका देश बातचीत और third-party mediation के लिए तैयार है।
India का कहना है कि सीमा पर हाल की घटनाओं और ceasefire के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि समाधान केवल direct bilateral talks और military-to-military communication से ही निकाले जा सकते हैं। Official sources ने बताया कि mediation की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि दोनों देशों के बीच सीधे channels उपलब्ध हैं।
Pakistan का दावा
Pakistan के Deputy PM और Foreign Minister Ishaq Dar ने कहा कि America के माध्यम से एक proposal आया था third-party mediation का, लेकिन India ने उसे तुरंत अस्वीकार कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि Pakistan हर तरह के comprehensive talks के लिए तैयार है, चाहे वह trade, economy या Kashmir का मुद्दा हो। लेकिन उन्होंने माना कि India की सहमति के बिना यह संभव नहीं है।
India का Firm Stand on Mediation
India ने बार-बार international platforms पर दोहराया है कि Pakistan के साथ किसी भी विवाद पर third-party mediation की कोई भूमिका नहीं है। यह रुख Simla Agreement और India की पुरानी diplomatic policies के अनुरूप है। India के लिए sovereignty और national interest सर्वोच्च प्राथमिकता है।
विशेषज्ञों की राय
Experts का मानना है कि mediation पर विवाद केवल diplomacy नहीं बल्कि international perception से भी जुड़ा हुआ है। Pakistan चाहता है कि दुनिया को दिखाया जाए कि वह तैयार है mediation के लिए, जबकि India यह संदेश देना चाहता है कि यह matter केवल bilateral है और किसी भी बाहरी हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है।
Mediation को लेकर India और Pakistan के बीच narrative clash साफ है। Pakistan बार-बार third-party involvement की बात करता है, जबकि India का स्पष्ट रुख यही है कि mediation की कोई जगह नहीं। आने वाले समय में भी दोनों देशों के बीच संवाद और समझौते का मार्ग केवल bilateral talks से ही खुलेगा।