Bengaluru: कर्नाटक में बहुचर्चित Ranya Rao Gold Smuggling Case में एक बड़ा फैसला सामने आया है। Karnataka सरकार ने IPS Officer और Director General of Police (DCRE) K Ramachandra Rao को महीनों की suspension के बाद reinstatement दे दिया है। यह वही मामले के अधिकारी हैं जिनकी stepdaughter Ranya Rao मार्च 2025 में Kempegowda International Airport से 14.2 किलो सोना लगभग ₹12.56 करोड़ कीमत के साथ पकड़ी गई थीं।
Ranya Rao Gold Smuggling Case ने फिर मचाया सियासी और कानूनी बवाल
मार्च में Directorate of Revenue Intelligence (DRI) की कार्रवाई में Ranya Rao Gold Smuggling Case खुला, जिसमें एयरपोर्ट पर पकड़े जाने के बाद उनके घर से भी सोने और कैश का जखीरा बरामद हुआ। इस मामले में Enforcement Directorate (ED) ने भी ₹34.12 करोड़ की संपत्ति अटैच की है।
सरकार ने जांच के लिए Additional Chief Secretary Gaurav Gupta की अगुवाई में कमेटी बनाई थी, जो यह देख रही थी कि क्या IPS Officer K Ramachandra Rao ने अपनी stepdaughter को सुरक्षा और सरकारी सुविधा देने में पद का दुरुपयोग किया था।
Suspension से Reinstatement तक का सफर
IPS Officer को इस घटना के बाद compulsory leave पर भेजा गया था। लेकिन अब Karnataka सरकार ने उनकी posting वापस कर दी है और उन्हें Director General of Police, Directorate of Civil Rights Enforcement बना दिया गया है।
राजनीतिक गलियारों में इसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं — क्या यह फैसला जांच पूरी होने से पहले सही है या फिर यह प्रशासनिक और राजनीतिक दबाव का नतीजा है?
राजनीतिक प्रतिक्रिया और जनता की नजर
यह मामला सोशल मीडिया और जनता के बीच लगातार चर्चा में है। कई लोग सवाल कर रहे हैं कि जब Ranya Rao Gold Smuggling Case की जांच अभी जारी है, तब इतनी जल्दी reinstatement क्यों? वहीं कुछ का मानना है कि यह सिर्फ एक प्रोसीजरल फैसला है और अभी किसी को दोषी साबित नहीं किया गया है।